Ranchi : झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र शुक्रवार से शुरू हो रहा है. आज पहले दिन शोक सभा आयोजित की जाएगी. हालांकि सत्र में भाजपा हेमंत सरकार को हर मुद्दों पर घेरने वाली है. इसमें सबसे प्रमुख नयी नियोजन नीति है. भाजपा के गोड्डा विधायक अमित मंडल ने यह स्पष्ट कर दिया है कि हेमंत सरकार रोजगार मे ओपन टू ऑल नीति पर काम कर रही है. अमित मंडल ने कहा है कि आज खतियान होने के बावजूद झारखंड के छात्र-छात्राएं रोजगार पाने से पूरी तरह वंचित हो गए है. दरअसल झारखंड सरकार ने फैसला लिया है कि राज्य से मैट्रिक और इंटर की पढ़ाई करने वाले बच्चे थर्ड फोर्थ ग्रेड में नौकरी के योग्य है. ऐसा कर सरकार ने बाहरी लोगों को झारखंड में रोजगार के लिए सीधे तौर पर आमंत्रित किया है. अगर कोई झारखंडी रोजगार के लिए झारखंड से बाहर चला गया हो और उनके बच्चा का यहां से मैट्रिक और इंटर नहीं करता है, तो वह नौकरी के अयोग्य हो जाएंगे. इसका सीधा नुकसान झारखंडी छात्र-छात्राओं को होगा.
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सरकार ने क्षेत्रीय भाषाओं को पूरी तरह से हटा दिया
अमित मंडल ने कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में अंगिका भोजपुरी जैसी भाषाओं को द्वितीय राजभाषा का दर्जा दिया गया था, ताकि ऐसे भाषाओं को जानने वाले को रोजगार मिल सके. लेकिन आज सरकार ने क्षेत्रीय भाषाओं को पूरी तरह से हटा दिया है. साफ है इसे पलामू, गढ़वा ,साहिबगंज के झारखंडी बच्चे रोजगार सेवन वंचित हो जाएंगे. भाजपा विधायक ने साफ कहा है कि मानसून सत्र में उनकी पार्टी ने हेमंत सरकार पर दबाव बनाएगी कि नियोजन नीति में वह बदलाव करे.
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