Kolkata : पश्चिम बंगाल पुलिस ने भाजपा की प्रदेश इकाई की महासचिव अग्निमित्रा पॉल और लॉकेट चटर्जी के नेतृत्व में आज गुरुवार दोपहर संदेशखाली जा रहीं पार्टी की महिला नेताओं को कोलकाता के न्यू टाउन में रोक लिया. इस क्रम में पुलिस के साथ उनकी तीखी नोकझोंक भी हुईय महिला नेताओं ने उसी जगह धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया, जहां उन्हें रोका गया, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
#WATCH | West Bengal BJP MP Locket Chatterjee says “The entire country is seeing the situation in Sandeshkhali but CM Mamata Banerjee is attending a TMC rally rather than visiting Sandeshkhali. Mamata Banerjee is scared. There are several Sandeshkalis in Bengal. One day, the… pic.twitter.com/DrzQuzIaVx
— ANI (@ANI) March 7, 2024
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VIDEO | West Bengal BJP women delegation, on their way to Sandeshkhali, stopped by police near Bidhan Nagar in North 24 Parganas district.
(Full video available on PTI Videos – https://t.co/n147TvqRQz) pic.twitter.com/U9wTlgrnaM
— Press Trust of India (@PTI_News) March 7, 2024
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पूर्व आईपीएस और भाजपा टीम की सदस्य भारती घोष ने कहा, यह अपमानजनक है
नेताओं ने आरोप लगाया कि उन्हें इस आधार पर अशांत संदेशखाली की ओर से बढ़ने से रोक दिया गया कि वहां के कई हिस्सों में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा-144 के तहत निषेधाज्ञा लागू है. पूर्व आईपीएस अधिकारी एवं भाजपा टीम की सदस्य भारती घोष ने कहा, यह अपमानजनक है. संदेशखाली में आंदोलन पर प्रतिबंधों का हवाला देकर पुलिस हमें कोलकाता में कैसे रोक सकती है? आसनसोल दक्षिण क्षेत्र की विधायक पॉल ने कहा कि टीम का मकसद केवल संदेशखाली के उन क्षेत्रों का दौरा करने का था, जो निषेधाज्ञा धारा के दायरे से बाहर हैं.
तृणमूल कांग्रेस अभी भी संदेशखाली के राज पर पर्दा डाले रखना चाहती है
उन्होंने पूछा, क्या कोलकाता में धारा 144 लागू है? पुलिस किस आधार पर हमें यहां रोक सकती है? हुगली से सांसद लॉकेट चटर्जी ने कहा कि पुलिस और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) अभी भी संदेशखाली के राज पर पर्दा डाले रखना चाहती है, हालांकि वहां के अत्याचार पहले ही उजागर हो चुके हैं. इस टीम में भाजपा नेता फाल्गुनी पात्रा भी शामिल रहीं. उन्होंने कहा, हम केवल संदेशखाली की उन पीड़ित महिलाओं के लिए आवाज उठाना चाहते हैं जो अभी भी डर के साये में जी रही हैं, क्योंकि शाहजहां शेख के सहयोगी अभी भी वहां मौजूद हैं तथा पुलिस महिलाओं की चिंताओं दूर करने के लिए कोई प्रभावी कदम नहीं उठा रही है.
भाजपा नेता लोगों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं
जब चटर्जी और अन्य महिला नेताओं को पुलिस वाहन में चढ़ने के लिए कहा गया तो वह वहां मौजूद पुलिस अधिकारी के साथ उनकी बहस हो गयी. पुलिस के वाहन में लालबाजार स्थित पुलिस मुख्यालय ले जाने से पहले चटर्जी ने कहा, ‘देखिए वे एक महिला सांसद के साथ कैसा व्यवहार कर रहे हैं. तृणमूल नेता कुणाल घोष ने कहा कि भाजपा नेता इलाके में लोगों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं और स्थिति सामान्य नहीं होने दे रहे हैं. उन्होंने कहा, पुलिस अपना काम कर रही है. संदेशखाली में स्थिति सामान्य है.