Jaipur : राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की हत्या से पूरा देश में गम का माहौल है. सभी राजनीतिक दल इस घटना की निंदा कर रहे हैं. इस क्रम में जयपुर में भाजपा नेता राज्यवर्धन सिंह राठौर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. बता दें कि वे काफी गुस्से में नजर आये. राठौर ने उदयपुर की घटना के लिए राज्य की अशोक गहलोत सरकार को जिम्मेदार करार देते हुए हमला बोला.
राज्यवर्धन सिंह ने इस क्रम में कहा कि जब किसी दूसरे समुदाय का त्योहार होता है तो राज्य सरकार नोटिस निकालती है. जब इनके कट्टरपंथी जुलूस निकालते हैं तो उन्हें खुली छूट दी जाती है. आरोप लगाया कि खुफिया एजेंसियों का इस्तेमाल केवल राजनीतिक दलों के खिलाफ किया जाता है. जयपुर ग्रामीण सांसद और भाजपा प्रवक्ता राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने घटना को आंतकवादी हमला करार दिया. इन घटनाओं के पीछे गहलोत सरकार के मिले होने तक की बात कह डाली.
Udaipur beheading | Rajasthan govt is completely responsible for this terror attack. Such incidents are being continuously reported in Rajasthan. Terror orgs are thriving in the state & the state govt has directly or indirectly provoked them: BJP leader Rajyavardhan Rathore pic.twitter.com/N7tBuF4XyG
— ANI (@ANI) June 29, 2022
एक संप्रदाय के प्रति नरमी और दूसरे की तरफ सख्ती
राठौड़ ने कहा कि यह कोई पहली घटना नहीं है. बार बार राजस्थान में ऐसी घटनाएं हो रही है. आतंकी संगठन राजस्थान में पनप रहे हैं. राजस्थान की सरकार डायरेक्टली या इनडायरेक्टली इनको प्रोत्साहित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. एक के बाद एक राजस्थान सरकार की ओर से जो फैसले हुए हैं, तो साफ तुष्टिकरण दिखाते हैं. एक संप्रदाय के प्रति नरमी और दूसरे की तरफ सख्ती. आप इसी से समझ सकते हैं कि उदयपुर की इस घटनाक्रम में पहले गिरफ्तारी कन्हैयालाल की हुई. कन्हैयालाल पुलिस से सुरक्षा मांगता रहा, लेकिन उस पर प्रेशर बनाया गया कि वो समझौता कर ले. ताज्जुब की बात यह है कि कन्हैया को सिक्योरिटी ना देकर हत्यारे के भाईयों को सिक्योरिटी दी गयी.
यह हत्याकांड नहीं, सरेआम आतंकी हमला हुआ है
उन्होंने कहा कि आप चौंकेंगे यह घटना हुई और राजस्थान के गृहमंत्री- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इसे हत्याकांड करार दे रहे हैं. जब कोई घटना का वीडियो बनाता है, उसे वायरल कर रहे है और दूसरे लोगों से अपील करता है जितने भी लोगों इस वीडियो को देख रहे है वो भी लोगों के सिर धड़ से अलग दे. यह जमीनी झगड़े में नहीं होता. यह किसी पैसे के विवाद में नहीं होता, क्या राजस्थान के गृहमंत्री इतनी बेसिक सी बात नहीं जानते हैं.
राठौड़ ने कहा कि यह हत्याकांड नहीं, बल्कि यह सरेआम आतंकी हमला हुआ है. यह देश के पूरे समाज को आतंकित करने के लिए कार्रवाई की गई है. राठौड़ ने कहा कि ऐसे कई लोग है , जिन्हें प्रेरित किया जा रहा है, भड़काया जा रहा है.
ऐसा होगा तो जेहादियों के हौसले तो बुलंद होंगे ही
उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है. कहा कि बूंदी के एंदर एक मौलाना ने खुलेआम लोगों के गर्दन अलग करने का आह्वान किया, कुछ नहीं हुआ. जोधपुर में दीपक नामक एक शख्स की हत्या हुई, परिवार नाम बताता रहा, राजस्थान पुलिस ने कुछ नहीं किया. जब ऐसा होगा तो जेहादियों के हौसले तो बुलंद होंगे ही.
राज्यवर्धन ने कहा कि जब भी कोई घटना होती है तो राज्य के सीएम सीधे प्रधानमंत्री से अपील करते हैं. तो ये कुर्सी छोड़ क्यों नहीं देते. ये वोट बैंक की राजनीति समाज को बांट रही है. देश के अंदर और विदेश से जो आतंकी संगठन हमारे देश को अस्थिर करना चाहते हैं, उसको बढ़ावा देने के लिए राजस्थान की भूमि का इस्तेमाल किया जा रहा है. कौन है जो राजस्थान के अंदर सत्ता में रहकर शह दे रहा है?
देश में इस हत्या पर लोगों में गुस्सा है
राठौर ने कहा कि देश में इस हत्या पर लोगों में गुस्सा है. अपील की लोग दायरे में रहकर ही गुस्सा जाहिर करें. कहा कि राजस्थान सरकार भी अपनी जिम्मेदारी समझे. याद दिलाया कि करौली का मुख्य साजिशकर्ता अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है. चाहे करौली हो, झालावाड़ हो, अलवर या जोधपुर हर जगह राजस्थान सरकार नाकामयाब रही है. पिछले 6 महीने के अंदर एक भी सप्ताह ऐसा नहीं गया जब राजस्थान के अंदर कोई घटना नहीं हुई. बता दें कि गहलोत सरकार के मंत्री प्रताप सिंह खचरियावस ने इस हत्याकांड से आहत होकर हत्यारों को फांसी की सजा देने की मांग की है.