Satya Sharan
- रूपेश पांडेय हत्याकांड पर सियासत गर्म, सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं के बयान से गरमाया माहौल
- मिथिलेश ठाकुर ने कहा- नागपुर के इशारे पर झारखंड को अशांत करना चाहती है बीजेपी
Ranchi: बरही के रूपेश पांडेय हत्याकांड पर झारखंड की सियासत गर्म है. सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों का एक-दूसरे पर यह आरोप है कि इस मामले को वे राजनीतिक चश्मे से देख रहे हैं. जहां बीजेपी सरकार पर तुष्टिकरण की नीति के तहत मामले में कार्रवाई करने का आरोप लगा रही है, वहीं जेएमएम ने आरोप लगाया है कि नागपुर और दिल्ली के निर्देश पर बीजेपी झारखंड में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रही है. मंत्री मिथिलेश ठाकुर के इस बयान पर बीजेपी ने कड़ा विरोध जताया है और उन्हें नसीहत दी है.
मिथिलेश ठाकुर घड़ियाली आंसू न बहाएं- आदित्य साहू
बीजेपी के प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू ने मिथिलेश ठाकुर के बयान का विरोध करते हुए कहा कि बीजेपी किसी वंश विशेष की पार्टी नहीं है. किसी परिवार, बाप-बेटे और मां-बेटे की पार्टी नहीं है. बीजेपी राष्ट्रभक्तों की टोली है. पार्टी राजनीति ही नहीं समाजसेवा भी करती है. मंत्री मिथिलेश ठाकुर को ऐसी बातें बोलने का कोई हक नहीं है. वे रुपेश हत्याकांड पर घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं. अनर्गल बयानबाजी करके जनता को गुमराह कर रहे हैं. सरकार और प्रशासन की निष्क्रियता देखिये अबतक नामजद अभियुक्त गिरफ्तार नहीं हुए हैं.
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अपनी नाकामी छिपाने के लिए लगा रहे गलत आरोप- प्रदीप सिन्हा
बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा कि सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए बीजेपी पर गलत आरोप लगा रही है. बरही में हुई घटना के 8 दिन बाद सरकार को सुध आई और तब उनके मंत्री रूपेश पांडेय के परिजनों से मिलने गये. सरकार की ओर से रूपेश पांडेय के परिजनों को मुआवजा देने की भी घोषणा नहीं की गई. उन्होंने कहा कि अविलंब दोषियों की गिरफ्तारी हो और फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से उन्हें सजा दी जाये.
सरकार ने झारखंड को मॉब लिंचिंग का चारागाह बना दिया- कुणाल
पूर्व विधायक और प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता कुणाल षाडंगी ने मिथिलेश ठाकुर पर सरकार की कमजोरियों को छिपाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि मिथिलेश ठाकुर बीजेपी पर झूठा आरोप लगा रहे हैं. सरकार ने राज्य को मॉब लिंचिंग का चारागाह बना दिया है. तुष्टिकरण की नीति के तहत सिर्फ मॉब लिंचिंग के सेलेक्टिव कांडों में इंटरेस्ट दिखा रहे हैं. राज्य में लॉ एंड ऑर्डर ध्वस्त हो चुका है. मंत्री का बयान बेतुका है. हत्या झारखंड में हुई तो इसमें नागपुर का क्या रोल है. ऐसे हल्के बयान मंत्रियों को शोभा नहीं देते हैं.
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एक हफ्ते से जारी है नेताओं का बरही दौरा और बयानबाजी
बरही की घटना पर सियासी बयानबाजियां जोर-शोर से हो रही हैं. पिछले एक हफ्ते में अलग-अलग राजनीतिक दलों के नेताओं ने बरही पहुंचकर रूपेश के परिजनों से मुलाकात की है. बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी और पूर्व सीएम रघुवर दास ने बरही पहुंचकर कहा कि इस सरकार में जिहादी ताकतों को मनोबल बढ़ता जा रहा है. इसके बाद सोमवार को सरकार के मंत्री मिथिलेश ठाकुर, बादल पत्रलेख और सत्यानंद भोक्ता के अलावा विधायक उमाशंकर अकेला, अंबा प्रसाद और सुदिव्य सोनू ने बरही पहुंचकर पीड़ित परिजनों से मुलाकात की और उन्हें इंसाफ का भरोसा दिलाया. वहीं मिथिलेश ठाकुर ने बीजेपी पर नागपुर के निर्देश पर झारखंड को अशांत करने का आरोप लगा दिया.
अभी और नेता पहुंचेंगे बरही, विधानसभा में भी उठेगा मुद्दा
रूपेश हत्याकांड को लेकर बीजेपी ने सरकार को जोरदार तरीके से घेरने की तैयारी की है. एक-दो दिन में प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष दीपक प्रकाश भी बरही पहुंचेंगे. वहीं दिल्ली बीजेपी के वरिष्ठ नेता कपिल मिश्रा भी 16 फरवरी को बरही पहुंचेंगे. बीजेपी के कुछ और भी केंद्रीय नेताओं के बरही आने की बातें चल रही हैं. वहीं 25 फरवरी से विधानसभा का बजट सत्र भी शुरू हो रहा है. जाहिर है बीजेपी इस मुद्दे पर सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी.
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