Jamshedpur/Patamda : बोड़ाम थाना क्षेत्र के माधवपुर पंचायत अंतर्गत दुबराजपुर में मंगलवार की सुबह करीब सात बजे हुई सड़क दुर्घटना में एक महिला व एक बुजुर्ग की मौत हो गई. पश्चिम बंगाल के भिखारी चालियामा से एक पिकअप वैन पर सवार करीब 30 मजदूर जमशेदपुर में ढलाई का काम करने जा रहे थे. बोंटा- माधवपुर मुख्य सड़क के बीच दुबराजपुर में दुर्घटनाग्रस्त होने पर वैन बीच सड़क पर पलट गई और उसमें सवार एक 62 वर्षीय व्यक्ति लगन माझी (हाथियाडीह, बोड़ाम) और 27 वर्षीय महिला सिमती मुर्मू (राजाहाटा, बोड़ाम) की दर्दनाक मौत हो गई. इस घटना में करीब 14 मजदूर घायल हो गए, जिसमें करीब 8 महिला-पुरूष गंभीर रूप से घायल हैं. घायलों की मदद में पहुंचे आजसू के बोड़ाम प्रखंड अध्यक्ष माणिक महतो, विधायक प्रतिनिधि सह झामुमो नेता सुभाष कर्मकार, विनय मंडल, बोड़ाम मंडल भाजपा अध्यक्ष शांतनु मुखर्जी, मुखिया प्रतिनिधि शत्रुघ्न सिंह, जिला पार्षद स्वपन कुमार महतो, मुखिया संघ पटमदा के अध्यक्ष चंद्रशेखर टुडू समेत स्थानीय लोगों ने भी घटनास्थल पर घायलों की मदद की. साथ ही पटमदा के माचा अस्पताल और एमजीएम अस्पताल में बोड़ाम थाना प्रभारी शंकर लकड़ा, बीडीओ स्मिता नागेसिया व अन्य लोग सक्रिय रहे. दोपहर एक बजे तक दुबराजपुर में सड़क जाम कर रहे लोगों को बीडीओ, थाना प्रभारी व झामुमो नेताओं ने मुआवजे का आश्वासन देते हुए महिला की लाश को सड़क से उठाकर पोस्टमार्टम हेतु एमजीएम मेडिकल कॉलेज भेज दिया. लगन माझी को गंभीर हालत में माचा अस्पताल भेजा गया था, जिसे पटमदा के डॉ सौमेन कुमार दत्ता ने मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने उसका शव पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज भेज दिया.
जमशेदपुर मजदूरी करने जा रहे थे बाइक से, बस के धक्के से मौत
दूसरी घटना बोंटा पंचायत के भादूडीह में टाटा-पटमदा मुख्य सड़क पर सुबह करीब पौने 8 बजे हुई. इसमें जमशेदपुर से काटिन की ओर आ रही एक 407 बस की चपेट में आने से बोंटा से बाइक से जमशेदपुर में मजदूरी करने जा रहे दो युवक बुरी तरह घायल हो गए. इसमें करीब 20 वर्षीय निरंजन सिंह (बोंटा) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि गंभीर हालत में 19 वर्षीय सितेंद्र सिंह (बोंटा) को पहले एमजीएम और बाद में भाजपा नेता विमल बैठा की मदद से टीएमएच रेफर किया गया. वहां दोपहर 12 बजे तक उसकी मौत हो गई. वहीं इस घटना के विरोध में आक्रोशित ग्रामीणों ने सुबह 8 बजे से मुख्य सड़क जाम कर दिया। ग्रामीण मुआवजे की मांग पर सड़क पर पैदल भी लोगों को पार नहीं होने दे रहे थे। इसमें पटमदा सीएचसी में पदस्थापित डॉक्टरों और अन्य मेडिकल कर्मियों को भी रास्ता बदलकर पहुंचना पड़ा. करीब 11 बजे पहुंची बोड़ाम बीडीओ स्मिता नागेसिया, जिला पार्षद स्वपन कुमार महतो, मुखिया हरिपद किस्कू, समाजसेवी चैतन मुर्मू आदि के समझाने पर लोग शांत हुए. बीडीओ ने पोस्टमार्टम के बाद मुआवजे का आश्वासन दिया और शव को एमजीएम मेडिकल कॉलेज भेज दिया. मौके पर बोड़ाम के हलुदबनी पिकेट के पुलिसकर्मियों ने भी सक्रियता दिखाई. दोनों घटना के बारे में जुगसलाई विधायक मंगल कालिंदी ने जानकारी लेते हुए कार्यकर्ताओं को पीड़ित परिवार और घायलों की मदद करने का निर्देश दिया. उन्होंने चार लोगों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया और अपने स्तर पर पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद करने का आश्वासन दिया.