Chaibasa : जू नदी में मां रेणु यादव और उसके दो बच्चों शुभम और पंखुरी की डूबने से हुई मौत के बाद चालियामा में मताम छा गया है. परिवार वालों का रो-रोकर बूरा हाल है. पुलिस ने गोताखोरों की मदद से मंगलवार की सुबह करीब 11 बजे बेटे शुभम का भी शव नदी से बरामद कर लिया. इससे पहले मां और बेटी के शव को सोमवार की शाम ही निकाल लिया गया था. बेटे के शव की खोजबीन करने के लिये मंगलवार को जमशेदपुर से एनडीआरएफ की टीम भी भेजी जा रही थी. शवों को पोस्टमार्टम के लिये सरायकेला भेजा जा रहा है. हालांकि घटनास्थल पर अभी तक रेणु के पति नहीं पहुंचे थे.
चाईबासा ग्वालापट्टी का रहनेवाला है परिवार
रूंगटा के माइंस एरिया के क्वार्टर संख्या बी 1-31 में अपने जीजा के घर कुछ दिन पूर्व से रेणू यादव व उनके दो बच्चे पंखुरी (9) व शुभम (12) रह रहे थे. तीनों चाईबासा के ग्वालापट्टी के निवासी है. पति बंगाली यादव की पत्नी रेणू यादव अपने 12 वर्षीय बेटे शुभम व 9 वर्षीय बेटी पंखुरी यादव को लेकर अपने जीजा के यहां चालियामा में कुछ दिन पूर्व गयी थी. सोमवार को वे अपने दो बच्चों के साथ कुजू नदी घुमने के लिये चालियामा से आयी. नदी में शुभम पांव धो रहा था. इसी दौरान उसका पांव फिसल गया. उसको बचाने के लिये मां व बेटी कूद गयी. जिसके बाद तीनों डूब गये. पानी अधिक होने के कारण अंदर से बाहर नहीं आ सके.
रेणु के मायके दानापुर से भी पहुंचे परिजन
घटना की खबर मिलते ही मंगलवार को बिहार के दानापुर क्षेत्र से कई परिजन राजनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे. जहां मां-बेटी का शव रखा गया है. दानापुर से आये परिजनों के मुताबिक रेणु का मायका दानापुर है. चाईबासा में एक क्वार्टर में कुछ साल पहले ही आये थे. उनके अनुसार रेणु का अपने पति के साथ मन-मुटाव भी चल रहा था.