Bokaro : भोजपुरी व मगही को धनबाद व बोकारो जिले में स्थानीय भाषा की सूची में शामिल किए जाने के खिलाफ पिंडराजोरा में स्थानीय लोगों ने जुलूस निकाला और हेमंत सोरेन सरकार विरोधी नारे लगाए. जुलूस में नारे लगाए जा रहे थे कि हेमंत सोरेन सरकार होश में आओ. दोनों भाषाओं को शामिल किया जाना झारखंड की संस्कृति का अपमान है. यहां की संस्कृति से छेड़छाड़ बर्दाश्त से बाहर है. इसके लिए हेमंत सरकार को सजा भुगतान पड़ेगा. फैसले वापस नहीं लेने पर झारखंडियों के अपमान का खामियाजा हेमंत सरकार को भुगतना पड़ेगा. हेमंत सरकार ने हाल ही में इन दोनों भाषाओं को स्थानीय नियुक्ति में शामिल किया है.
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