Bokaro : लगातार दो दिनों से हो रही बारिश से बोकारो वासियों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बारिश के कारण ड्रेनेज सिस्टम ध्वस्त हो गया है. कई घरों में बारिश का पानी घुस गया है. इतना ही नहीं कॉलेज भी तालाब में तब्दील हो गया है. जलजमाव के कारण मोहल्ले के लोगों का घरों से निकलना दूभर हो गया है. लेकिन अभी भी निगम की नींद नहीं खुली है. लोगों में काफी आक्रोश भी है. (पढ़ें, बहरागोड़ा: नाला में लगे जाल में फंस गया 8 फीट का अजगर, वन विभाग के हवाले करेंगे ग्रामीण)
इन जगहों पर भरा बारिश का पानी
जिले के चास नगर निगम क्षेत्र के वार्ड संख्या 35 , 34, शिव शक्ति कॉलोनी समेत स्वामी सहजानंद इंटर स्कूल चास ,स्वामी सहजानंद डिग्री कॉलेज चास, एनएच 32 उकरीद मोड़ समेत कई जगहों पर जल जमाव हो गया है. बोकारो निवासी आशा देवी का कहना है कि निगम द्वारा किसी तरह की कोई व्यवस्था नहीं की गयी है. नालियों का निर्माण भी नहीं किया गया है. इस बारे में कई बार निगम के अधिकारियों और प्रतिनिधियों से बात की गयी. लेकिन उन्होंने संज्ञान नहीं लिया. वहीं वार्ड संख्या 34 की निवासी अंजू देवी ने कहा कि आज तक इस वार्ड का तकरीर नहीं बदला. लोग केवल वोट लेते हैं लेकिन सुविधा के नाम पर जीरो. लोगों के घरों में बारिश का पानी घुस गया है. घर से निकलना भी मुश्किल हो गया है. लेकिन निगम के अधिकारी इस पर ध्यान नहीं देते.
निगम के वार्डों में तालाब का नजारा
बारिश का पानी ना केवल बोकारो जिले के कस्बाई इलाकों में घुसा है. बल्कि निगम के वार्डों में भी तालाब का नजारा देखने को मिल रहा है. निगम के खिलाफ लोगों में काफी आक्रोश भी है. बता दें कि नगर निगम ने अपने कर्मियों को ड्रेनेज की साफ-सफाई का निर्देश दिया था. लेकिन यह अब संचिकाओं तक सिमट कर रह गया. ऐसे में बोकारो वासियों का भरोसा निगम से टूटता जा रहा है.
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नदी-नालों और तालाबों का जलस्तर बढ़ा
बारिश के कारण जिले के गरगा नदी, दामोदर नदी समेत कई नदियों,तालाबों और नालों का जलस्तर बढ़ रहा है. इसको लेकर जिला प्रशासन ने अपने अधिकारियों को अलर्ट रहने की सलाह दी है. अधिकारी इन नदियों पर नजर बनाये हैं. जल स्तर बढ़ने के कारण तेनुघाट बांध के तीन गेट को खोलने का निर्देश दिया गया है. इसको लेकर विभागीय अधिकारी ने निर्देश जारी कर सतर्कता बरतने को कहा है.
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ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह ध्वस्त
नगर निगम में ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह ध्वस्त हो गया है. लेकिन जिला प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. निगम ने जो व्यवस्था की है वो पर्याप्त नहीं है. कई जगहों पर नाली नहीं बना है. वहीं जहां पहले से नाली बना है. उसकी सफाई निगम ने समय रहते नहीं करवायी है.
कचरे और पॉलिथीन फेंकने के कारण नाली होता है जाम- नगर आयुक्त
नगर आयुक्त बोकारो अनिल कुमार सिंह का कहना है कि समय-समय पर नालियों की सफाई की गयी है. जहां जलजमाव की समस्या है, उस जगह के लोग नालियों में कचरे और पॉलिथीन फेंक देते हैं. जिसके कारण नालियां जाम हो जाती है. निगम अपने स्तर से लगातार पहल करती है. नालियों के साफ सफाई के लिए आवश्यक निर्देश भी दिये गये हैं. लेकिन कुछ लोगों के कारण नालियों का पानी ब्रेक कर जाता है. जिसके कारण मोहल्ले में लबालब पानी भर गया है. हालांकि इन जगहों को चिन्हित किया जा रहा है. ताकि इन जगहों से पानी को निकाला जा सके. यदि पानी निकलने की जगह नहीं होगी तो उस जगह पर डीजल पंप सेट लगाकर पानी को निकालने का काम किया जायेगा.