Bokaro: बोकारो के विभिन्न सरकारी कार्यालयों पर विधुत विभाग का 34 करोड़ रुपए बकाया है. सबसे बड़े बकायेदारों में नगर निगम चास शामिल है. इसपर अकेले 29 करोड़ रुपए बकाया है. इस बकाये राशि के भुगतान को लेकर कोई अधिकारी गम्भीर नहीं है. लिहाजा इसका खामियाजा आम जनता को भी भुगतना पड़ रहा है.
विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता के मुताबिक संबंधित अधिकारी भुगतान से कतराते हैं. कहा कि तत्कालीन अधिकारियों की बकाया राशि वर्तमान अधिकारी भुगतान करने से कतरा रहे हैं. आवंटन का अभाव बताकर भुगतान में विलंब करते हैं.
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बकायेदारों की सूची है लंबी
देखा जाये तो नगर निगम चास पर कुल 29 करोड़ 11लाख 14 हजार 697, पर्सनल एडमिनिस्ट्रेशन पर 3 लाख 69 हजार 293, गृह विभाग पर (जेल) 42 लाख 87 हजार 751, स्वास्थय विभाग पर 27 लाख 54 हजार 614, अर्बन डिपार्टमेंट पर 1 करोड़ 17 लाख 76 हजार 147, न्यायालय पर 9 लाख 84 हजार, वन विभाग पर 17 लाख 8 हजार 252, ग्रामीण विकास विभाग पर 17 लाख 60 हजार 938, सरकारी स्कूलों पर 18 लाख 76 हजार 893, उच्च शिक्षा के स्कूलों पर 11 लाख 833, टेक्निकल स्कूल पर 6004, पेयजल आपूर्ति विभाग पर 2 करोड़ 88 लाख 9 हजार 346 और मत्स्य विभाग पर 17 लाख 39 हजार 301 रुपया बकाया है, जिनका भुगतान लंबित है.
यही यदि आम पब्लिक पर बाकी होता तो उसके विधुत लाइन विच्छेद कर दिया जाता, लेकिन बड़े बकायेदारों पर यह करवाई आजतक नहीं हुई है.
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कई बार भेजा गया बिल
बकायेदारों को कई बार बिल बिपत्र भेजा गया है, लेकिन भुगतान नहीं किया जा रहा है. इस कारण भुगतान लंबित है. केवल आश्वासन देकर सम्बंधित कार्यालय पल्ला झाड़ लेता है. इस मामले पर विधुत विभाग के कार्यपालक अभियंता सुनील कुमार टुडू ने बताया कि कुल 34 करोड़ रुपए विभिन्न कार्यालयों पर बाकी हैं. विपत्र भेजे जाते हैं, लेकिन भुगतान नहीं किया जा रहा है,. उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा बकाया नगर निगम चास पर 29 करोड़ रुपया है. तत्कालीन अधिकारियों द्वारा लंबित बकाया राशि वर्तमान अधिकारी चुकाना नहीं चाहते हैं. मामले को देखा जा रहा है.
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