Bokaro : जिले के चंदनकियारी प्रखंड अंतर्गत पर्वतपुर कोल ब्लॉक के फिर चालू होने का रास्ता साफ हो चुका है. इलेक्ट्रोस्टील के बाद सेल, फिर बीसीसीएल के बाद अब यह जिंदल ग्रुप का हो चुका है. एमएसटीसी द्वारा ई-ऑक्शन के तहत बोकारो जिले के पर्वतपुर स्थित सेंट्रल कोल ब्लॉक को जेएसडब्ल्यू स्टील लिमिटेड ने 31.5 प्रतिशत बोली लगाकर हासिल किया है. इस कोल-ब्लॉक में 235.718 मिलियन टन का कोयला रिजर्व है. इसके पहले 2020 में सेल और बीसीसीएल से हैंडओवर-टेकओवर की प्रक्रिया के तहत यह कोल ब्लॉक बीसीसीएल को मिला था. लगभग आठ वर्षों से बंद पड़े इस कोल ब्लॉक के फिर चालू होने के साथ ही क्षेत्र में विकास की एक और नई उम्मीद जग चुकी है.
जुलाई 2020 में बीसीसीएल ने किया था टेकओवर
गौरतलब है कि पर्वतपुर कोल ब्लॉक इलेक्ट्रो स्टील कास्टिंग लिमिटेड के अधीन था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने कोल ब्लॉक आवंटन में गड़बड़ी के मामले में इसे रद्द कर दिया था. 2015 में बीसीसीएल को इसका कस्टोडियन बनाया था. फिर 2016 में सेल ने लिया. सेल ने लीज व अन्य कारणों से इस ब्लॉक का संचालन करने से इंकार कर दिया. इसके बाद कोयला मंत्रालय ने इसे बीसीसीएल को सौंपने का निर्णय लिया. अधिसूचना जारी कर कोल इंडिया को जरूरी प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया गया और 2020 के जुलाई महीने में इसे बीसीसीएल के ईजे एरिया द्वारा सेल से टेकओवर कर लिया गया, लेकिन बीसीसीएल भी इसे संभाल नही सकी.
2500 मजदूर हो गए बेरोज़गार
पर्वतपुर कोल ब्लॉक के बंद होने से क्षेत्र में बेरोजगारी व पलायन की समस्या बढ़ गई. कोल ब्लॉक से जुड़े 2500 मजदूर बेरोजगार हो गए. एक बार फिर नए हाथों में इसके जाने से उनमें रोजगार की आस जगी है.
क्षेत्र के लोगों के लिए होली का उपहार : अमर बाउरी
चंदनकियारी स्थित अपने आवासीय कार्यालय में सोमवार को प्रेसवार्ता के दौरान विधायक अमर कुमार बाउरी ने कहा कि होली के चार दिन पूर्व पर्वतपुर कोल ब्लॉक होली के उपहार के रूप में चंदनकियारी के लोगो को प्राप्त हुआ. अब आनेवाले दिनों में यहां से उत्खनन शुरू होने से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रुप से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा. उन्होंने कहा कि 2014 में वे विधायक व मंत्री बने. इसके बाद काफी प्रयास करने पर उत्खनन का आवंटन बीसीसीएल को दिया गया. उस समय कोल ब्लॉक की देखरेख के लिए केंद्रीय कोयला मंत्री के समक्ष विशेष आग्रह करने पर लगभग 150 मजदूर को रखा गया, लेकिन कोल ब्लॉक को न तो बीसीसीएल चालू करा पायी और न ही बीएसएल. अब इस कोल ब्लॉक को चालू करने के लिए तीन दिन पहले ही जेएसडब्लू को कोलियरी आवंटित की गई है. अब क्षेत्र का चहुंमुखी विकास होगा.
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