Bokaro: बीएसएल प्रबंधन और क्रान्तिकारी इस्पात मजदूर संघ के बीच वार्ता हुई. क्रान्तिकारी इस्पात मजदूर संघ (एचएमएस) के महामंत्री सह सदस्य एनजेसीएस राजेंद्र सिंह के नेतृत्व में अधिशासी निदेशक के साथ द्विपक्षीय वार्ता हुई. इसमें प्रबंधन ने मृतक के आश्रित को बेसिक डीए पर विचार करने की बात कही.
बता दें कि 6 सितंबर को डेंगू से पीड़ित हॉट स्ट्रीप मिल में कार्यरत देव कुमार को बोकारो जेनरल अस्पताल मे भर्ती कराया गया था. बीजीएच की लचर व्यवस्था व डाक्टर की लापरवाही के कारण उनकी तबीयत बिगड़ गई. 9 सितंबर को आनन-फानन में उन्हें रांची मेडिका रेफर किया गया. जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. देव की मौत के बाद उनके आश्रित के प्रति सेल/बोकारो प्रबंधन की अमानवीय नीति के खिलाफ आक्रोशित मजदूरों ने प्रदर्शन किया था. उन्होंने कई मांगें रखी थीं. इसे लेकर वार्ता हुई.
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दरअसल देव नियोजन के बाद बीएसएल में ट्रेनी के रूप मे स्टाइफन पर कार्य कर रहे थे. प्रबंधन इसे आखिरी वेतन को आधार मानकर उनके आश्रित को सेवानिवृत्ति तक इसका लाभ देने की बात कही थी. जिसका यूनियन विरेध कर रही थी. मजदूर संघ के महामंत्री राजेंद्र सिंह ने अधिशासी निदेशक को चेतावनी देते हुए कहा था कि देव के आश्रित को स्टाइफन नहीं, बेसिक डीए की व्यवस्था प्रबंधन करे, नहीं तो सभी मजदूर अनिश्चितकाल के लिए मिल बंद कर देंगे. काफी नोकझोंक के बाद प्रबंधन ने वादा किया कि कॉर्पोरेट कार्यालय से अप्रूवल लेने के बाद आश्रित के लिए बेसिक डीए को लागू किया जाएगा. प्रबंधन के आश्वासन के बाद मजदूरों ने बंद के निर्णय को स्थगित कर दिया.
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