Bokaro : बोकारो स्टील प्लांट में दुर्घटना के दौरान ठेका मजदूर सतीश महतो की हुई मौत के तीन दिन बाद बीएसएल प्रबंधन ने मृतक के आश्रित को नियोजन लेटर सौंपा. ज्ञात हो कि मजदूर की मौत के बाद से ही परिवार ने शव को लेने से इंकार कर दिया था. घटना के बाद से ही परिजन बोकारो जनरल अस्पताल के सामने धरना पर बैठे थे. तीसरे दिन बोकारो स्टील प्रबंधन की ओर से आश्रित को नियोजन का ऑफर लेटर दे दिया गया. बीएसएल के अधिकारी जेके पटनायक ने सभी के सामने मृतक के परिजन व उसके आश्रित पत्नी और पुत्र के सामने ऑफर लेटर को पढ़कर सुनाया और उन्हें दस्तखत करवा कर ऑफर लेटर सौंप दिया. इस दौरान बीजीएच परिसर में काफी संख्या में राजनीतिक दलों व मजदूर यूनियन के प्रतिनिधि मौजूद थे.
बताया जाता है कि मृतक सतीश महतो ठेका कंपनी सिमेंस लिमिटेड के अंदर काम करने वाली कंपनी आरके ब्रदर्स में मजदूरी का काम करता था. मंगलवार 8 नवंबर को ए शिफ्ट ड्यूटी में बोकारो स्टील प्लांट के अंदर काम करते हुए पिलर गिरने से दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. उसे बीजीएच लाया गया, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. बोकारो सेल प्रबंधन की ओर से संदेह के आधार पर जांच टीम गठित कर इसकी जांच की जा रही थी, कि मजदूर की मौत प्लांट के अंदर दुर्घटनाग्रस्त होने से हुई है या प्लांट के बाहर हुई है. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच में पाया गया कि मृतक मजदूर की मौत प्लांट के अंदर दुर्घटनाग्रस्त होने से हुई है.
अस्पताल परिसर में मौजूद क्रांतिकारी इस्पात मजदूर संघ एचएमएस सह एनजेसीएस राजेंद्र सिंह ने कहा कि सेल प्रबंधन नियोजन देने के लिए गुमराह कर रहा था. इसलिए ऑफर लेटर देने में देरी की. वही ठेका कंपनी के बारे में कहा कि मामले को दबाने की कोशिश की जा रही थी जिस कारण मृतक को दुर्घटना के बाद संवेदक अपनी गाड़ी में बैठा कर प्लांट मेडिकल ना ले जाने के बजाय उसे प्लांट से बाहर लेकर आ गया.
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