Bokaro : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो संवाद के माध्यम से सूबे के आकांक्षी जिलों के जिलाधिकारियों (डीएम) सह उपायुक्त (डीसी) के साथ संवाद किया. वीडियो संवाद में उपायुक्त बोकरो कुलदीप चौधरी भी शामिल हुए.
प्रधानमंत्री ने डीसी से कहा कि एक तरफ बजट बढ़ता रहा, योजनाएं बनती रहीं, आंकड़ों में आर्थिक विकास भी होता रहा, फिर भी आजादी के 75 साल बाद देश के कई जिले विकास में पीछे रह गए हैं. समय के साथ इन जिलों को पिछड़े जिलों का टैग लग गया. आकांक्षी जिले देश को आगे बढ़ने के अवरोध को समाप्त कर रहे हैं. आप सबके प्रयासों से आकांक्षी जिले गतिरोधक के बजाय गतिवर्धक बन रहे हैं.
जिलों के विकास को लेकर प्रशासन व जनता के बीच सीधा संवाद जरूरी
प्रधानमंत्री ने कहा कि आकांक्षी जिलों में विकास के लिए प्रशासन और जनता के बीच सीधा संवाद जरूरी है. एक तरह से गवर्नेंस का टॉप टू बॉटम और बॉटम टू टॉप फ्लो बहुत जरूरी है. इस अभियान का महत्वपूर्ण पहलू है टेक्नोलॉजी और इनोवेशन. प्रधानमंत्री ने कहा कि आकांक्षी जिलों में जो काम हुआ है वह बड़े-बड़े विश्वविद्यालयों के लिए अध्ययन का विषय है. पिछले चार साल के दरम्यान देश के लगभग हर आकांक्षी जिले में जन-धन खातों में चार से पांच गुना की वृद्धि हुई है. लगभग हर परिवार को शौचालय मिला है, हर गांव तक बिजली पहुंची है. सरकार की अलग-अलग मंत्रालयों के अलग-अलग विभागों ने ऐसे 142 जिलों की सूची तैयार की है. उन जिलों में 142 जिले एक-दो पैरामीटर्स पर पीछे हैं. अब उन पिछड़े जिलों में भी हमें उसी कलेक्टिव अप्रोच के साथ काम करना है, जैसे हम आकांक्षी जिलों में करते हैं.
मोदी ने कहा कि डिजिटल इंडिया के रूप में देश मौन क्रांति का साक्षी बन रहा है. देश का कोई भी जिला इसमें पीछे नहीं छूटना चाहिए. उपायुक्त इसे सुनिश्चित करें. डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर हर गांव तक पहुंचे, सेवाओं और सुविधाओं की डोर स्टेप डिलिवरी का जरिया बने. यह बहुत जरूरी है. इसके अलावा भी उन्होंने कई बिंदुओं पर उपायुक्त से चर्चा कर दिशा–निर्देश दिए.
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