Bokaro : कुर्मी महतो जाति को अनुसूचित जनजाति या एसटी बनने या बनाने का आदिवासी सेंगल अभियान ने विरोध किया है. जोर जबरदस्ती समर्थन करने वाले राजनीतिक पार्टियां जैसे जेएमएम, बीजेडी, टीएमसी और कांग्रेस का आदिवासी सेंगेल अभियान के नेताओं ने पुतला फूंका. चास प्रखंड के भर्रा बस्ती में पुतला दहन किया गया. इसका नेतृत्व बोकारो जिला सेंगेल टावर के नेता जयराम सोरेन ने किया. कई पार्टियों के नेता के साथ-साथ तमाम आदिवासी एमएलए/एमपी और आदिवासी संगठनों का भी पुतला दहन किया गया, जो कुर्मी को एसटी बनाने के समर्थन में है या फिर चुप हैं.
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आदिवासी हित होंगे प्रभावित
कुर्मी विरोधी पुतला दहन का पूर्व निर्धारित कार्यक्रम झारखंड, बंगाल, बिहार, उड़ीसा और असम में किया जा रहा है. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि कुर्मी महतो के आदिवासी बन जाने से असली आदिवासियों का नेस्तनाबूत होना निश्चित है. सेंगेल नेताओ के अनुसार वोट की लालच में कुर्मी विवाद के लिए जेएमएम और उनके समर्थक सर्वाधिक दोषी हैं.
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ये रहे मौजूद
पुतला दहन के दौरान चास प्रखंड सेंगेल परगना के नेता जलेश्वर किस्कू, चास प्रखंड सेंगेल छात्र मोर्चा अध्यक्ष कोमल किस्कू, कृष्णा किस्कू, पर्वती किस्कू, सदामती किस्कू, लक्ष्मी किस्कू, मीना किस्कू, नेहा मुर्मू, बिष्णू टुडू, करन मार्डी, सरिता किस्कू, रुकमनी किस्कू करमी किस्कू, सागुन किस्कू, शांति किस्कू, प्रिया किस्कू, दिव्या किस्कू, महक सोरेन समेत कई लोग मौजूद थे.