प्रबंधन 30 दिनों में करे जर्जर आवासों की मरम्मत, नहीं तो होगा आंदोलन
Bokaro : आए दिन बोकारो शहर के किसी न किसी सेक्टर में जर्जर बीएसएल आवासों के गिरने का सिलसिला जारी है. 10 सितंबर की सुबह में सेक्टर-12 ई में एक जर्जर आवासों के ब्लॉक का सीढ़ी गिर गई. इस घटना से आक्रोशित बोकारो के भाजपा विधायक विरंची नारायण ने हादसे को बोकारो स्टील प्रबंधन के लापरवाही पर नतीजा बताया. विधायक ने कहा कि सिर्फ सेक्टर-12 के जर्जर आवासों की मरम्मत के लिए बीएसएल प्रबंधन ने 40 करोड़ रुपये का आवंटन दिया था. उसके बाद भी आवासों की मरम्मत नहीं की गई. इसका खामियाजा उन आवासों में रहने वाले लोग उठा रहे हैं. विधायक ने प्रेस वार्ता में कहा कि आवासों की स्थिति जर्जर है, इस बात को वर्ष 2020 से लेकर अबतक कई बार प्रबंधन के समक्ष रख चुका हूं. लेकिन प्रबंधन पर इसका कोई असर नहीं पड़ा.
सेल प्रबंधन ठोस कदम नहीं उठाती है तो करेंगे आंदोलन
विधायक ने कहा कि बोकारो इस्पात इस्पात संयंत्र का काम मात्र लोहा और इस्पात बनाना नहीं है. उसे यहां के नागरिकों की सुख-सुविधाओं का भी ध्यान रखना होगा. उन्होंने कहा कि प्रबंधन तुरंत जर्जर ब्लॉकों को चिन्हित कर युद्धस्तर पर इनका मरम्मत शरू करे. यदि जरूरत पड़े तो आवासधारियों को किसी दूसरे सुरक्षित आवास में शिफ्ट कराए. सेल प्रबंधन इस कार्य में कोताही बरती तो उग्र आंदोलन करने को वाध्य हो जाएंगे.
फल-फूल रहा है क्वार्टक कब्जा का गोरखधंधा
विधायक बिरंची नारायण ने कहा कि यहां लगभग 37,000 आवास हैं. जिसमें प्लांट कर्मियों के पास 11,000, लीज़ पर लगभग 4000, लाइसेंस पर लगभग 4000 आवास, जबकि नॉन बीएसएल को 10000 आवास दिया गया है. यहां लगभग 5000 आवास ऐसे हैं जो या तो खाली हैं या अवैध कब्जे में है. आपराधिक तत्वों और बीएसएल के कुछ कर्मियों और अफसर की मिलीभगत से यह क्वार्टक कब्जा का पूरा गोरखधंधा फल-फूल रहा है. प्रबंधन तत्काल इस पर रोक लगाएं. बीएसएल प्रबंधन बार-बार यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लेता है कि लाइसेंस और लीज धारकों के आवास का बाह्य अनुरक्षण उसकी प्राथमिकता में नहीं है परंतु प्रबंधन उनसे मेंटेनेंस शुल्क वसूलता है. लीज व लाइसेंस धारक बोकारो इस्पात संयंत्र से सेवानिवृत हुए हैं, उनके प्रति प्रबंधन का यह रवैया अमानवीय है.
उपायुक्त को भेजा है पत्र, हस्तक्षेप का किया है आग्रह
उन्होंने कहा कि अब हाथ पर हाथ धरे नहीं बैठ सकते है. 30 दिनों के भीतर प्रबंधन कोई ठोस कदम नहीं उठाती तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे. वही इसे लेकर जिले बोकारो उपयुक्त को भी पत्र लिखकर जानकारी दी है. विधायक ने कहा कि उन्होंने उपायुक्त से इस विषय पर विशेष संज्ञान लेते हुए बोकारो इस्पात प्रबंधन को समुचित कार्रवाई के निर्देश देने का आग्रह किया है. वो इस मुद्दे पर उपायुक्त से भी मिलेंगे. मौके पर संजय त्यागी, केके बोराल, विकास कुमार, महेंद्र राय आदि मौजूद थे.
यह भी पढ़ें: बोकारो : बोकारो सेक्टर-12 के जर्जर आवास की सीढ़ी गिरी, बचाए गए 21 लोग