Bokaro : सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय भारत सरकार जरीडीह प्रखंड मुख्यालय से 3.5 किमी दूर केंदुआडीह (मल्हानटांड़) में 20 एकड़ भूमि पर टेक्नोलॉजी सेंटर (टूल रूम) का निर्माण करेगा. इसके निर्माण पर करीब 200 से 250 करोड़ रुपए की लागत आएगी. राशि राज्य सरकार के उद्योग विभाग को आवंटित कर दी गई है. हेमंत सरकार ने टेक्नोलॉजी सेंटर निर्माण के लिए 20 एकड़ जमीन केंद्र सरकार को हस्तांतरित करने की अधिसूचना जारी कर दी है.
वर्ष 2019 में पूरे देश में 20 टूल रूम बनाने की कवायद शुरू हुई थी. कोरोना महामारी के कारण 2 साल तक योजना पर अमल नहीं हुआ. मुख्यमंत्री ने उद्योग विभाग से रिपोर्ट तलब किया कि टेक्नोलॉजी सेंटर बनने से क्या लाभ होगा? जवाब मिलने के बाद टेक्नोलॉजी सेंटर की प्रक्रिया आगे बढ़ी है.
जैना मोड़ चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष संजय सिंह ने जमीन हस्तांतरण की अधिसूचना जारी करने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को धन्यवाद दिया है. उनका कहना है कि यह इलाका कृषि बाहुल्य क्षेत्र है. टेक्नोलॉजी सेंटर के बनने से ग्रामीण युवाओं को लाभ होगा. बेरमो के पूर्व विधायक योगेश्वर महतो ने इसे भारत सरकार का महत्वाकांक्षी योजना करार दिया है. कहा कि केंद्र सरकार का यह बड़ा तोहफा है. केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार बनने के बाद केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय की स्थापना की गई. इसी मंत्रालय की यह योजना है. स्थानीय लोगों में भी टेक्नोलॉजी सेंटर बनाए जाने को लेकर खुशी है.
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