Bokaro : मुस्कुराइए आप बोकारो में है. यह स्लोगन बोकारो के तत्कालीन डीसी मुकेश कुमार ने दिया था. सर्किट हाउस, डीसी कार्यालय सहित शहर के कई दीवारों और लोगों के टीशर्ट पर उन्होंने यह स्लोगन लिखवाया था. इसी स्लोगन को धरातल पर उतारने के लिए उन्होंने डीएमएफटी फंड से बोकारो शहर में 24 ओपन जिम लगवाया. ताकि बोकारो वासी स्वस्थ रहें. लेकिन ओपन जिम कुव्यवस्था की इस कदर भेंट चढ़ गए की उनकी खुद सेहत बिगड़ गई. अब ओपन जिम को इलाज़ की जरूरत है. ओपन जिम लगाने के लिए डीएमएफटी फंड से 1 करोड़, 07 लाख 73 हजार 936 रुपए पानी के तरह बहा दिये गये. समुचित देखभाल नहीं होने के कारण जिम के आधे समान लोहा चोर उखाड़ ले गए, तो कुछ टूट गए. डीसी मुकेश कुमार के जाते ही जिम वीरान हो गए और उनके स्लोगन ‘मुस्कुराइए आप बोकारो में हैं’ की मुस्कुराहट ही गायब हो गई.
अधिकारी करते थे जिम
रोज़ाना सभी अधिकारी जिम करने निकलते थे, तो उन्हें देखकर शहर के लोगों ने भी जिम जाना शुरु कर दिया था. लेकिन वही जिम कई उपकरण टूट जाने से अब शोभा की वस्तु बन कर रह गया है.
लोहा चोरों की नज़र
जिम के चारो तरफ लोहे की जाली से घेराबंदी की गई थी. जिसे चोरों ने उखाड़ लिया. कुछ उपकरण की चोरी भी हुई. मजेदार बात यह है कि सरकारी संपति की चोरी हुई, लेकिन प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई गई. लिहाजा चोरों का मनोबल ऊंचा हुआ.
चंद रुपयों खातिर लाखों के उपकरण खा रहे जंग
करोड़ों के उपकरण तो लगाए गए लेकिन इसकी रखरखाव की जवाबदेही तय नहीं है. मामूली लागत के बाद इसे दुरुस्त कराया जा सकता है. चंद रुपयों के खातिर लाखों के उपकरण बेकार पड़े हैं. जिम में प्रेशर साइकिल, एयर वाकर, शोल्डर क्रॉस, ट्रेनर, शार्प बोर्ड, सिटेड ट्विस्टर आदि उपकरण लगाए गए हैं.
यहां लगाए गए हैं जिम
हवाई अड्डा, सेक्टर वन शॉपिंग सेंटर, सेक्टर वन सी, भाजपा कार्यालय, सेक्टर टू डी शॉपिंग सेंटर, सिटी पार्क, सेक्टर तीन, पुस्तकालय मैदान सेक्टर 5, सर्किट हाउस, सेक्टर फोर सी, सामुदायिक केंद्र सेक्टर 12, जैप फोर हाइवे, सेक्टर 6, सेक्टर 1 पानी टंकी, कैंप दो पूजा मैदान, चास प्रखंड कार्यालय के समीप, सिटी सेंटर समेत 24 जगहों पर लगाए गए हैं.
क्या कहते हैं जिम्मेदार ?
बोकारो के विधायक बिरंची नारायण ने कहा कि बीएसएल के अधिकारियों से इसे ठीक कराने की बातचीत हुई है. उन्होंने जल्द ही मरम्मत करवाने का आश्वासन दिया है.
डीसी ने क्या कहा ?
डीसी कुलदीप चौधरी ने कहा कि मामला सामने आया है. पूरी जानकारी प्राप्त करने के बाद मरम्मत कार्य शुरू कराया जायेगा. मेंटनेंस को लेकर सेल से वार्ता होगी, ताकि दुबारा कोई समस्या उत्पन्न ना हो.