Bokaro : वनभूमि अतिक्रमण करने के आरोप में शुक्रवार को गिरफ़्तार मधुरंजन की वन विभाग के हाजत में तबीयत अचानक बिगड़ गई. जिसके बाद उसे देर रात गंभीर हलात में सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. मधुरंजन के मुंह से अचानक झाग निकलने लगा और वे बेहोश हो गया था.
क्या है मामला
आरोप है कि अभियुक्त मधुरंजन कई लोगों के साथ कमलडीह मौजा स्थित वन भूमि पर अवैध निर्माण कर रहा था. सूचना मिलने के बाद वन विभाग की एक टीम मौके पर पहुंची और निर्माण कार्य बंद करने को कहा. लेकिन विभाग के कर्मियों के साथ ही वे लोग उलझ गये. जिसके बाद अभियुक्त मधुरंजन को हिरासत में लेकर वन विभाग कार्यालय लाया गया, जहां उसे हाजत में बंद किया गया था. हाजत में करीब 2 घंटे के बाद वह अचानक बेहोश हो गया और मुंह से झाग भी निकलने लगा. आनन-फानन में उसे सदर अस्पताल लाया गया. वहीं मधुरंजन के बड़े भाई अरुण कुमार का कहना है कि वन विभाग के कर्मियों ने उनके साथ मारपीट किया है.
वन विभाग की अपनी दलील
वन विभाग के प्रभारी वनपाल शशिकांत महतो का कहना है कि मधुरंजन को जेल भेजने की तैयारी की जा रही थी, इसके लिए कागजात तैयार किए जा रहे थे. इसी दौरान उनकी तबीयत बिगड़ी और उन्हें अस्पताल लाया गया. कहा कि उनके साथ किसी प्रकार की मारपीट नहीं की गई है. संभवत तनाव के कारण उन्हें पैनिक अटैक हुआ. फिलहाल वन विभाग की अभिरक्षा में अभियुक्त के बेहतर इलाज की व्यवस्था की जा रही है. उन्होंने यह भी बताया कि मधुरंजन को मार्च 2021 में इसी जमीन पर अवैध कब्जा करने के आरोप में जेल भेजा गया था. बावजूद वो दोबारा अवैध कब्जा करने के प्रयास में जुटा हुआ था. उधर परिजनों ने भी वन विभाग पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
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