Bokaro : चास के स्वामी विवेकानंद रोड में अवस्थित भगवान धर्मराज यमराज मंदिर में आज विधिवत पूजा अर्चना की गयी. यमराज के पूजन में हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए. भगवान यमराज के जयघोष से पूरा इलाका गुंजायमान हो उठा. मंदिर के बाहर श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी रही. ऐसी मान्यता है कि यमराज की पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है. (पढ़ें, पीएम मोदी कॉमनवेल्थ गेम्स के मेडलिस्ट्स से मिले, बधाई दी, एशियन गेम्स-ओलिंपिक की तैयारी में जुट जाने की सलाह दी)
80 सालों से सावन के अंतिम शुक्रवार को पूजा करने का विधान
बता दें कि पिछले 80 सालों से धर्मराज यमराज मंदिर में सावन के अंतिम शुक्रवार को यमराज की पूजा अर्चना करने का विधान है. इसको लेकर निवर्तमान पार्षद सह मंदिर समिति सदस्य सुरभि देवी ने बताया कि बोकारो चास का यह एक मात्र मंदिर है जहां यमराज की पूजा की जाती है. यमराज की पूजा करने से घर-परिवार के सभी सदस्यों की आयु बढ़ती है. साथ ही बोकारो चास के एक मात्र ये मंदिर है जहां यमराज जी का पुजा किया जाता है.भगवान यमराज के जयघोष से पूरा इलाका गुंजायमान हो उठा.
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झारखंड में यमराज का इकलाैता मंदिर
बता दें कि झारखंड के बोकारो जिले के चंदनकियारी प्रखंड में भगवान धर्मराज (यमराज) का इकलाैता मंदिर है. यहां यमराज की पूजा होती है. इस मंदिर के पूजारी ब्राह्मण नहीं बल्कि कालिंदी समाज के लोग होते हैं. अन्य जाति के लोग भी यहां पूजा करने आते हैं. श्रद्धालु मनोकामना पूर्ण होने पर बकरे व मुर्गे की बलि देते हैं.
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