Bokaro : बोकारो की छात्रा रजिया सुल्ताना ने 64 वीं बीपीएससी में डीएसपी के रूप में चयनित हुई है. रजिया सुल्ताना ने बिहार की प्रथम मुस्लिम महिला बनकर इतिहास रचा है. रजिया बिहार पुलिस में डायरेक्ट पुलिस उपाधिक्षक (डीएसपी) बनने वाली पहली मुस्लिम महिला हैं.
बोकारो जिला के सीवनडीह की रहनेवाली रजिया की प्रारंभिक शिक्षा बोकारो पब्लिक स्कूल में ही हुई. जिसके बाद 2009 में मैट्रिक तथा 2011 में 12 वीं की परीक्षा पास की. रजिया के पिता एमडी असलम अंसारी बोकारो स्टील प्लांट में स्टेनोग्राफर पद पर नौकरी करते थे. उनका साल 2016 में इंतकाल हो चुका है. इनकी माता गृहणी है. रजिया सात भाई बहनों में सबसे छोटी है.
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क्लास 1 से ही टॉपर रही है
रजिया के इस कामयाबी पर मां गुलाबन निशा काफी खुश है. रजिया को मिले मेडल और सर्टिफिकेट इतना है कि घर में रखने की जगह नहीं है. रजिया की मां ने बताया कि उन्हें जिंदगी में पहली सबसे बड़ी खुशी मिली है. रजिया के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि रजिया बचपन से ही हरफनमौला थी, खेलकूद, पढ़ाई में सबसे आगे रहती थी. क्लास 1 से ही टॉपर रही है. मां ने बताया कि बेटी के डीएसपी बनने के बाद मुबारकबाद देने वालों का तांता लगा हुआ है.
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बचपन से ही पढ़ने का काफी शौक था- बहन
वही रजिया के बड़ी बहन शाहीन नाज ने बताया कि रजिया को बचपन से ही पढ़ने का काफी शौक था. जब रजिया की उम्र 3 साल का तभी पापा से जिद करती थी की इसको स्कूल जाना है. और अच्छे स्कूल में पढ़ना है. जिद करती थी की हम छत वाले स्कूल में ही पढ़ेंगे. फिर उसका एडमिशन इंग्लिश मीडियम स्कूल में कराया गया. पहली बार जब एडमिशन के समय स्कूल में टेस्ट लिए गया था तब टीचर का कहना था कि यह 5वीं क्लास के लायक है, काफी तैयारी की हुई है. शाहीन बताती है कि रजिया शुरू से खुद ही से पढ़ाई करती थी. उसको जो भी किताब मिलता पढ़ने बैठ जाती थी. स्कूल में रजिया का मार्क्स देख कर स्कूल द्वारा फीस भी माफ कर दिया गया था. 12वीं तक की पढ़ाई स्कॉलरशिप से ही हुआ है.
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