Ranchi: रिम्स प्रबंधन को जब हाईकोर्ट की फटकार लगी तो एक से बढ़ कर एक हाई टेक्नोलॉजी की मशीनें खरीदी गईं, लेकिन खरीदी गई ज्यादातर मशीनें अस्पताल की शोभा बढ़ा रहीं हैं. राज्य के सबसे बड़े अस्पताल में न उसे संचालित करने वाले एक्सपर्ट टेक्निशियन हैं और ना ही पर्याप्त कर्मचारी हैं. हॉस्पिटल भारी मैनपावर की किल्लत से जूझ रहा है. इसका खामियाजा यहां इलाज कराने आने वाले मरीजों को भी भुगतान पड़ रहा है. उन्हें प्रॉपर केयर नहीं मिल पा रहा है. सुविधा होने के बाद भी उन्हें बाहर से जांच करानी पड़ रही है.
मैन पावर की कमी के कारण क्षमता से कम हो रही जांच
प्रबंधन का दावा है कि ट्रॉमा सेंटर में लगे पैथोलॉजिकल सेंट्रल लैब में 10 हजार से ज्यादा ब्लड, यूरिन आदि समस्याओं की जांच किए जा सकेंगे. रिम्स के नए सेंट्रल लैब में 6 से ज्यादा मशीनें लगायी गयी हैं, लेकिन अब जरा इसे संचालित करने वालों की संख्या जान लीजिए. इतनी मशीनों के संचालन का जिम्मा एक शिफ्ट में दो टेक्निशियनों के भरोसे है. अगर 24 घंटे की बात करें तो प्रति शिफ्ट दो-दो टेक्निशियन मिलकर 1500 सैंपल भी नही जांच सकेंगे. वर्तमान में जांच 500 से 800 के बीच में ही सीमित है.
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रेडियोलॉजी जांच के लिए 45 टेक्नीशियन की है जरूरत
सीटी स्कैन मशीन का संचालन रेडियोलॉजी विभाग की देखरेख में होना है, जबकि रिम्स को इसके संचालन के लिए भी तीन से पांच ट्रेंड टेक्निशियन की जरूरत पड़ेगी. सेंट्रल लैब में प्रति शिफ्ट कम से कम 15 टेक्निशियन की जरूरत है. 24 घंटे संचालन के लिए स्थायी तौर पर यहां 45 टेक्निशियनों को नियुक्त करना होगा.
दो-तीन मिनट में होने वाले एक्सरे में लग रहे हैं 30 मिनट
2 मिनट में होने वाले दांत के एक्सरे में 30 मिनट लग रहा है. हालात ये हैं कि पारा मेडिकल स्टूडेंट्स को जो काम ट्रेनिंग में सीखाई जाती है वे यहां प्रोफेशनली कर रहे हैं. इसका असर जिस एक्सरे में 2 से 3 मिनट का समय लगता है यहां ये प्रति मरीज 30 मिनट लगाते हैं.
अब जरा रिम्स में कुल टेक्निशियन की संख्या जान लीजिए
रिम्स के पास फिलहाल स्थायी टेक्निशियन के नाम पर करीब 40 टेक्निशियन है, जबकि 1800 बेडेड हॉस्पिटल की क्षमता के अनुसार, 200 से ज्यादा टेक्निशियन की जरूरत है. स्थायी के अलावा करीब इतने ही आउटसोर्स पर लैब टेक्निशियन रखे गए हैं. माइक्रोबायोलॉजी, पैथोलॉजी, लैब मेडिसिन, बायोकेमेस्ट्री आदि विभागों में यदि 10 टेक्निशियन की जरूरत है, तो पदस्थापित सिर्फ एक हैं.
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