Ranchi : राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में तीन दिवसीय राज्यस्तरीय निशुल्क ह्रदय जांच शिविर में बतौर विशिष्ट अतिथि राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पहुंचे. कार्यक्रम को संबोधित करने के बाद मंत्री कार्डियोलॉजी विभाग पहुंचे. स्वास्थ्य मंत्री ने CTVS विभाग का भी निरीक्षण किया. इस क्रम में एक मरीज ने विभाग के सह प्राध्यापक डॉक्टर राकेश कुमार पर इलाज के लिए 27,000 रुपये लेने का आरोप लगाते हुए मंत्री को इसकी जानकारी दी. उस मरीज़ ने डॉ राकेश पर पैसे लेकर भी इलाज न करने तथा और पैसे मांगने का भी आरोप लगाया. इसका संज्ञान लेते हुए मंत्री ने प्रभारी निदेशक को डॉक्टर राकेश को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने व उनकी बर्खास्तगी की प्रक्रिया शुरू करने के आदेश दिए. इसके अलावा मंत्री जी ने CTVS विभाग के प्राध्यापक एवं HOD डॉक्टर विनीत महाजन और सह प्राध्यापक डॉक्टर अंशुल कुमार को निर्देश दिया कि वह कोई भी ऐसा कार्य ना करें और ना ही कोई वक्तव्य दें, जिससे रिम्स की छवि धूमिल हो.
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डॉ. प्रकाश और डॉ. हेमंत नारायण के बीच हुई बहस
निरीक्षण के दौरान कार्डियोलॉजी विभाग में मरीज़ों को दी गयी चादर साफ नहीं पाए जाने पर स्वास्थ्य मंत्री ने रोष व्यक्त किया. वहीं प्रभारी निदेशक को निर्देश दिया कि डॉक्टर प्रकाश कुमार से इस विषय पर स्पष्टीकरण लें और डॉक्टर प्रकाश का एक महीने का वेतन रोकने का भी निर्देश दिया. साथ ही उन्होंने कहा कि मरीजों को कम्बल नहीं दिए जाने पर भी डॉक्टर प्रकाश से जवाब मांगा जाए. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता करीब डेढ़ घंटे तक रिम्स के वरीय चिकित्सकों के साथ बातचीत की. उन्होंने बारी-बारी से सभी डॉक्टरों और प्रबंधन के वरीय अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई. अस्पताल की व्यवस्था और चिकित्सकों के अंतर कलह को सुलझाने का प्रयास किया. इसी बीच स्वास्थ्य मंत्री के रिम्स से जाते ही कार्डियोलॉजी के डॉ प्रकाश और डॉ हेमंत नारायण के बीच मेन गेट पर तीखी बहस हुई. हालांकि, चिकित्सा अधीक्षक डॉ हिरेंद्र बिरुआ दोनों ही डॉक्टरों को समझा कर अस्पताल के अंदर ले गए. गौरतलब है कि पहले भी दोनों डॉक्टर के बीच मारपीट की घटना हुई थी. वहीं स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि समझौता नहीं बल्कि एक्शन लेने के लिए आया हूं.
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