- ORS के खोजकर्ता दिलीप महलानाबीस, मुलायम सिंह और जाकिर हुसैन को पद्म विभूषण
New Delhi : गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कार विजेताओं के नामों का ऐलान कर दिया गया है. झारखंड के डॉ जनम सिंह सोय को शिक्षा और साहित्य के क्षेत्र में पद्मश्री सम्मान देने की घोषणा की गयी है. प्रो सोय पिछले चार दशक से हो भाषा के संरक्षण और प्रचार-प्रसार में जुटे हैं. उन्होंने हो जनजाति की संस्कृति पर कई पुस्तकें लिखी हैं. प्रो सोय कोल्हान यूनिवर्सिटी से रिटायर करने के बाद हो भाषा को पीजी के औपचारिक पाठ्यक्रम में शामिल करने में लगे रहे. 72 वर्षीय प्रे सोय की पुस्तकों में आधुनिक हो शिष्ट काव्य समेत छह पुस्तकें हैं.
संगीतकार जाकिर हुसैन, एसएम कृष्णा, श्रीनिवास वरधान को भी पद्म विभूषण
राष्ट्रपति ने 106 पद्म पुरस्कारों की घोषणा की है. सूची में 6 पद्म विभूषण, 9 पद्म भूषण और 91 पद्मश्री शामिल हैं. 19 पुरस्कार विजेता महिलाएं हैं. समाजवादी पार्टी के संरक्षक और यूपी के पूर्व सीएम दिवंगत मुलायम सिंह यादव को पद्म विभूषण (मरणोपरांत) से नवाजा गया है. बालकृष्ण दोसी और पश्चिम बंगाल के पूर्व डॉ दिलीप महलानाबीस को भी पद्म विभूषण (मरणोपरांत) से नवाजा गया है. डॉ दिलीप महलानाबीस को ओआरएस की खोज के लिए ये सम्मान दिया गया है. इनके अलावा संगीतकार जाकिर हुसैन, एसएम कृष्णा, श्रीनिवास वरधान को भी पद्म विभूषण से नवाजा जायेगा.
अभिनेत्री रवीना रवि टंडन को भी पद्मश्री
सुधा मूर्ति, कुमार मंगलम बिड़ला पद्म भूषण के 9 पुरस्कार पाने वालों में शामिल हैं. राकेश राधेश्याम झुनझुनवाला (मरणोपरांत), आरआरआर फिल्म संगीतकार एमएम कीरावनी, अभिनेत्री रवीना रवि टंडन पद्मश्री के 91 पुरस्कार पाने वालों में शामिल हैं. रतन चंद्राकर को पद्मश्री दिया गया है. रतन चंद्राकर को अंडमान के जारवा ट्राइब्स में मिजल्स के लिए बेहतर काम के लिए सम्मान दिया गया है. हीरा बाई लोबी को गुजरात में सिद्धि ट्राइब्स के बीच बच्चों के शिक्षा पर काम करने के लिए पद्मश्री से नवाजा गया है. मुनीश्वर चंदर डावर, युद्ध के दिग्गज और जबलपुर के डॉक्टर पिछले 50 वर्षों से वंचित लोगों का इलाज कर रहे हैं, जिन्हें चिकित्सा (सस्ती स्वास्थ्य सेवा) के क्षेत्र में पद्मश्री से सम्मानित किया गया है. हेराका धर्म के संरक्षण और संरक्षण के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले दीमा हसाओ के नागा सामाजिक कार्यकर्ता रामकुइवांगबे न्यूमे को सामाजिक कार्य (संस्कृति) के क्षेत्र में पद्मश्री से सम्मानित किया गया.
बी रामकृष्ण रेड्डी को पद्मश्री
तेलंगाना के 80 वर्षीय भाषा विज्ञान प्रोफेसर बी. रामकृष्ण रेड्डी को साहित्य और शिक्षा (भाषाविज्ञान) के क्षेत्र में पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा. कांकेर के गोंड ट्राइबल वुड कार्वर अजय कुमार मंडावी को कला (लकड़ी पर नक्काशी) के क्षेत्र में पद्मश्री से नवाजा जाएगा. 3 दशकों से अधिक समय से मिज़ो सांस्कृतिक विरासत की रक्षा करने वाले आइज़वाल के मिज़ो लोक गायक के.सी. रनरेमसंगी को पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा. जलपाईगुड़ी के 102 वर्षीय सरिंदा वादक मंगला कांति रॉय को कला (लोक संगीत) के क्षेत्र में पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा.
कश्मीर के संतूर शिल्पकार को पद्मश्री
प्रख्यात नागा संगीतकार और नवप्रवर्तक मोआ सुबोंग को कला (लोक संगीत) के क्षेत्र में पद्मश्री से नवाजा जाएगा. चिक्काबल्लापुर के वयोवृद्ध थमाटे प्रतिपादक मुनिवेंकटप्पा को कला (लोक संगीत) के क्षेत्र में पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा. छत्तीसगढ़ी नाट्य नाच कलाकार डोमार सिंह कुंवर को कला (नृत्य) के क्षेत्र में पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा. पिछले 200 वर्षों से कश्मीर में बेहतरीन संतूर बनाने वाले परिवार के 8वीं पीढ़ी के संतूर शिल्पकार गुलाम मोहम्मद जाज को कला (शिल्प) के क्षेत्र में पद्मश्री से नवाजा जाएगा.
