Ranchi : पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप दिल्ली से गिरफ्तार हो गया है. जानकारी के मुताबिक, इंटेलिजेंस ब्यूरो के सहयोग से एनआईए ने दिनेश गोप को गिरफ्तार किया. दिनेश गोप के ऊपर झारखंड पुलिस ने 25 लाख का इनाम घोषित किया था. वहीं एनआईए ने उसपर पांच लाख का इनाम घोषित कर रखा था. हालांकि दिनेश गोप की गिरफ्तारी की अभी तक आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हो पायी है. (पढ़ें, तीन माह से विदेशी निवेशकों का भारतीय शेयर बाजार में भरोसा कायम, मई में अबतक 30,945 करोड़ डाले)
मुठभेड़ में बचकर भाग निकलता था दिनेश गोप
लंबे समय से एनआईए को दिनेश गोप की थी तलाश
एनआईए को पीएलएफआई उग्रवादी संगठन के प्रमुख की आरसी 02/2018 मामले में तलाश है. गौरतलब है कि नोटबंदी के ठीक बाद दिनेश गोप ने लेवी के 25.38 लाख रुपये एसबीआई रांची के बेड़ो शाखा में एक पेट्रोल पंप संचालक के जरिए जमा करवाने की कोशिश की थी. रांची पुलिस ने 10 नवंबर 2016 को पेट्रोल पंप संचालक समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया था. इस मामले में एनआईए ने 19 जनवरी 2018 को केस टेकओवर किया था. एनआईए ने शुरुआत में छापेमारी कर दिनेश गोप के सहयोगी सुमंत कुमार समेत अन्य के ठिकानों से 90 लाख नकदी और निवेश संबंधी कागजात बरामद किये थे. एनआईए ने जांच के क्रम में दिनेश गोप की दो पत्नियों हीरा देवी और शकुंतला कुमारी को भी गिरफ्तार किया था. 2 मार्च 2020 को एनआईए ने दिनेश गोप के खास सहयोगी जयप्रकाश सिंह भुईंया और अमित देशवाल को गिरफ्तार किया था. पीएलएफआई के पैसों को कंपनियों में निवेश के मामले में गुजरात के एक व्यवसायी को भी एनआईए ने गिरफ्तार किया था. लेकिन दिनेश गोप अबतक पकड़ से दूर है.
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