Lagatar Desk : पांच देशों का समूह ब्रिक्स का सम्मेलन गुरुवार को हुआ. इसकी अध्यक्षता पीएम नरेंद्र मोदी ने की. वर्चुअल तरीके से आयोजित इस शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा कि अध्यक्षता करना हमारे लिए खुशी की बात है. इस बीच सम्मेलन में रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन ने अफगानिस्तान का मुद्दा उठाया, तो सम्मेलन के समापन पर, ब्रिक्स नेताओं ने ‘नयी दिल्ली घोषणा’ के तहत अफगानिस्तान संकट को शांतिपूर्ण तरीके से निपटने का आह्नान किया.
ब्रिक्स सम्मेलन की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले डेढ़ दशक में ब्रिक्स ने कई उपलब्धियां हासिल की है. आज हम विश्व की उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए एक प्रभावकारी आवाज हैं. अफगानिस्तान संकट के समय आयोजित इस अहम बैठक में ‘नई दिल्ली घोषणापत्र’ के जरिए नेताओं ने देश में स्थिरता, नागरिक शांति, कानून और व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए एक समावेशी अंतर-अफगान वार्ता के माध्यम से अफगानिस्तान में हिंसा से बचने और शांतिपूर्ण तरीके से स्थिति को निपटाने का आह्वान किया.
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PM मोदी ने कहा – डेढ़ दशक में ब्रिक्स के खाते में कई उपलब्धियां हासिल की
प्रधानमंत्री मोदी ने सम्मेलन की शुरुआत करते हुए कहा कि पिछले डेढ़ दशक में ब्रिक्स ने कई उपलब्धियां हासिल की है. आज हम विश्व की उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए एक प्रभावकारी आवाज हैं. विकासशील देशों की प्राथमिकताओं पर ध्यान केन्द्रित करने के लिए भी यह मंच उपयोगी रहा है. उन्होंने कहा कि ब्रिक्स की 15वीं वर्षगांठ पर इस समिट की अध्यक्षता करना मेरे और भारत के लिए खुशी की बात है. आज की इस बैठक के लिए हमारे पास विस्तृत एजेंडा है.
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क्या कहा रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने
ब्रिक्स सम्मेलन में रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि अफगानिस्तान से अमेरिका के जाने से नया संकट पैदा हो गया है. दुनिया के सामने सुरक्षा की चुनौतियां हैं. आतंक और नशे के कारोबार पर नियंत्रण जरूरी हो गया है. आतंकवाद पर नियंत्रण जरूरी है. अफगानिस्तान को आतंकवाद और मादक पदार्थों की तस्करी का स्रोत के रूप में अपने पड़ोसी देशों के लिए खतरा नहीं बनना चाहिए.