Hazaribag : जिले के अति सुदूरवर्ती आंगो थाना क्षेत्र के उत्क्रमित उच्च विद्यालय के बच्चे अब आंदोलन की राह पर चले गए हैं. छात्रों ने सड़क किनारे शृंखला बनाकर सरकार से अपील की है और जिला प्रशासन के कार्रवाई का विरोध जताया है.
दरअसल स्कूल के बच्चे चाहते हैं कि उनके पुराने शिक्षक वापस किए जाएं, जो प्रतिनियुक्ति में दूसरे स्कूल भेजे गए हैं. हजारीबाग के छात्र-छात्राएं इन दिनों पूरे राज्य भर में परचम लहरा लहरा रहे हैं. पढ़ाई के प्रति ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी स्कूल के बच्चे इतने जागरूक हो गए हैं कि अगर शिक्षक नहीं मिल रहे, तो वे आंदोलन पर उतारू हो रहे हैं.
ऐसा ही कुछ नजारा हजारीबाग के अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र आंगो में देखने को मिला. जहां छात्रों ने शिक्षकों को वापस स्कूल बुलाने को लेकर प्रशासन से मांग की है.
दरअसल उत्क्रमित उच्च विद्यालय में कुल 19 शिक्षक पढ़ाते थे. इनमें तीन शिक्षकों को प्रतिनियुक्ति में दूसरे स्कूल में कर दिया गया. इनमें अंग्रेजी विषय की शिक्षिका ममता कुमारी को चरही, रसायन शास्त्र की शिक्षिका अर्चना मिश्रा को इंदिरा गांधी बालिका उच्च विद्यालय और गणित के शिक्षक रंजीत कुमार को हजारीबाग गवर्नमेंट गर्ल्स हाई स्कूल में भेजा गया है.
बच्चों का कहना है कि अंग्रेजी, रसायन शास्त्र और गणित की पढ़ाई स्कूल में अच्छी तरीके से नहीं हो रही है. इस कारण शिक्षकों को पुनः स्कूल भेजना चाहिए.
छात्रों का कहना है कि अगर शिक्षक नहीं आएंगे, तो वे लोग स्कूल में नहीं पढ़ेंगे. छात्रों ने शृंखला बनाकर हमारी शिक्षक वापस करो का नारा भी सड़क पर लगाया. इस दौरान बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं सड़क पर दिखे।
छात्रों का यह भी कहना है कि अगर शिक्षक नहीं आएंगे तो स्कूल को ही बंद कर दिया जाए. इस आंदोलन में छात्रों को अभिभावकों का भी समर्थन मिला. अभिभावक भी चाहते हैं कि अच्छे शिक्षक गांव में आकर बच्चों को शिक्षा दें.
*मामला संज्ञान में आया है, हो रही जांच : आरडीडीई*
इस मामले को लेकर क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त निदेशक उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल हजारीबाग पुष्पा कुजूर ने बताया कि यह मामला संज्ञान में आया है और जांच भी की जा रही है. उनका यह भी कहना है आंगो उत्क्रमित विद्यालय में 19 शिक्षक-शिक्षिकाएं यहां पर थीं, उनमें उनमें तीन को प्रतिनियुक्ति के आधार पर दूसरे स्कूलों में भेजा गया है.
ये वैसे स्कूल भेजे गए हैं, जहां शिक्षकों की कमी थी. लेकिन आंगो उत्क्रमित विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने विरोध क्यों दर्ज किया है, इसके पीछे का कारण क्या है, इसकी जांच कराई जा रही है.