New Delhi : ब्रिटिश अखबार ‘द गार्जियन’ ने कहा है कि ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक को जी20 समिट में उतनी तरजीह नहीं दी गई, जितनी उम्मीद थी. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ना सिर्फ सुनक से मुलाकात कार्यक्रम में बदलाव किया, बल्कि शहर में बंदी के कारण वो अपने पसंदीदा रेस्टोरेंट भी नहीं जा सके. जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए ऋषि सुनक 8 सितंबर को भारत पहुंचे थे. शिखर सम्मेलन में शिरकत और अक्षरधाम मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद रविवार को वापस स्वदेश लौट गए. ऋषि सुनक के इस दौरे को लेकर ‘द गार्जियन’ ने हेडिंग दी है- ”ऋषि कौन? जी20 में भारत के करीब आने की होड़ में सुनक निर्धारित वरीयता क्रम से भी नीचे खिसक गए.” ब्रिटिश अखबार द गार्जियन ने यह भी लिखा है, “प्रधानमंत्री बनने के बाद ऋषि सुनक की यह पहली भारत यात्रा थी. उन्होंने खुद को ‘भारत का दामाद’ भी बताया था. ऐसे में उन्हें उत्साहपूर्ण स्वागत की उम्मीद थी. लेकिन दिल्ली में शहरव्यापी बंद होने के कारण बहुत कम लोग ही सुनक से मिलने आए.”
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पीएम आवास पर होने वाली बातचीत भारत मंडपम में हुई
ब्रिटिश अखबार ने आगे लिखा है, “भारत और ब्रिटेन क्रमशः दुनिया की पांचवीं और छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं हैं. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक के बीच मुलाकात एक दिन पहले यानी 8 सितंबर को ही नई दिल्ली स्थित पीएम आवास पर होने वाली थी. लेकिन कूटनीति कितनी क्रूर हो सकती है. सुनक ने इसे खुद महसूस किया होगा. सुनक को अगर पूरी तरह से उपेक्षित नहीं किया गया, तो वो तरजीह भी नहीं दी गई, जिसकी उन्हें उम्मीद थी. पीएम मोदी के आवास पर होने वाले शानदार फोटो सेशन के बजाय दोनों नेता वहां मिले, जहां भारत जी-20 सम्मेलन की मेजबानी कर रहा था. यानी भारत मंडपम में बने एक कक्ष में. क्योंकि पीएम मोदी का आवास अपने पूरे वैभव के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के लिए रिजर्व था.
ब्रिटेन को दिखाया आईना
वेबसाइट ने यह भी लिखा है कि कई लोगों का मानना है कि ब्रेक्जिट के बाद ब्रिटेन अब वैश्विक मंच पर और अधिक अलग-थलग हो गया है और ब्रिटिश पीएम सुनक को भारत में मिली कम तवज्जो से इस तर्क को और मजबूती मिलती है. सुनक के कार्यक्रम में बदलाव ने अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मेलन की जटिल व्यवस्था और अस्थिर राजनीति को भी प्रतिबिंबित किया है, साथ ही वैश्विक मंच पर ब्रिटेन को अपनी स्थिति से अवगत कराया है. हालांकि, बैठक के बाद ब्रिटिश पीएम उत्साहित थे. उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ कई मुद्दों पर बहुत गर्मजोशी भरी और सार्थक चर्चा हुई. उन्होंने विश्वास जताया है कि जल्द ही दोनों देशों के बीच एक व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए जा सकते हैं.
ऋषि सुनक अपने पसंदीदा रेस्टोरेंट भी नहीं जा सके
द गार्जियन ने आगे लिखा है, “शुक्रवार रात को होने वाली सुनक के साथ मुलाकात को रद्द करने वाले सिर्फ नरेंद्र मोदी ही नहीं थे. व्यापार अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी पहले से तय सुनक से मुलाकात को इस हवाले से रद्द कर दिया कि जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान सुरक्षा के मद्देनजर शहर की कई सड़कें बंद हैं. ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति अपने पसंदीदा रेस्टोरेंट हल्दीराम या सरवना भवन भी नहीं जा सके, क्योंकि नरेंद्र मोदी के राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन के लिए पूरा शहर बंद था. जिसके कारण उन्होंने इंपीरियल होटल में अकेले खाना खाया, जिसे सुनक ने बहुत ही दुर्लभ (रेयर) डिनर करार दिया. अखबार ने आगे लिखा है कि ब्रिटेन की अंदरूनी समस्याओं के बीच नई दिल्ली आने के बाद ऋषि सुनक की मेजबान भारत से कहीं ज्यादा उम्मीदें रही होंगी.
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