Chandwa(Latehar) : चंदवा-चतरा मुख्य पथ के नजदीक पंचायत चकला बाना में अभिजीत पावर प्लांट और जमीरा पंचायत के चोतरो गांव में एस्सार पावर प्लांट बनाया जा रहा था. दोनों पावर प्लांट के निर्माण के समय लोगों में बहुत ही खुशी का माहौल था. पर इन दोनों पावर प्लांट को नजर लग गई. यू कहें कि राजनेताओं की नजर लग गई. प्लांट पूरा होने के कगार पर पहुंच कर भी चालू नहीं हो पाया और कंपनी दिवालिया हो गई. कंपनी को प्लांट लगाने के लिए कर्ज देने वाले बैंक ने अपनी भरपाई के लिए कंपनियों को नीलाम कर दिया. कंपनी के स्क्रैप को राज्य के बाहर के खरीद दार औने पौने दाम पर खरीदकर ले जा रहे हैं. स्वाभाविक है कि इससे क्षेत्र की जनता और यहां के स्थानीय छोटे व्यापारियों को कोई लाभ नहीं मिल पाया.
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जमीन देने वाले रैयत निराश
कंपनी को जमीन देने वाले रैयत निराश है और उनका भरोसा टूट चुका है. प्लांट चालू होता तो क्षेत्र का चहुंमुखी विकास होता. पर इसके कबाड़ में बिकने से सिर्फ स्क्रैपर को फायदा हो रहा है जनता मुंह बाए खड़ी है. छोटे बल्क बनाकर कंपनी की नीलामी की जाती तो क्षेत्र के छोटे व्यवसायियों के साथ-साथ गांव के लोगों को भी लाभ पहुंचता. पर ऐसा नहीं होने से सभी लाभ से वंचित रह गए. बंद पड़े प्लांट से कमाई करने के ख्याल से स्क्रैप चोरी खूब की जा रही है. प्लांट के चारदीवारी को चोरों ने कई जगहों से तोड़ दिया है. इसकी सुरक्षा के लिए पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती भी की गई है. बावजूद इसके चोर हाथ साफ कर रहे हैं. थाना की पुलिस भी बराबर अवैध लोहा लदे चार पहिया वाहनों को पकड़ती रही है. फिर भी यह अवैध लोहे का व्यापार रूक नहीं रहा है.
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लोगों का सपना, सपना ही रह गया
कुछ दिनों के बाद लोगों की यादों और कहानियों में जाना जायेगा कि लातेहार जिले के चंदवा प्रखंड क्षेत्र में भी कभी पावर प्लांट लगाया जा रहा था. राजनेताओं की काली नजर लगने से प्लांट तैयार नहीं हो पाया और लोगों का अच्छे दिनों का सपना, सपना ही रह गया.