Chandwa : लातेहार जिले के चंदवा प्रखंड में कई जगहों पर पेयजल की भारी समस्या है. प्रखंड के चेटर, कामता पंचायत समेत कई पंचायतों में जलमीनार और चापानल सालों से खराब पड़ा हुआ है. आलम ये है कि गांवों में पेयजल संकट गहरा गया है. आमलोगों की समस्या से सरकारी मुलाजिम भी मुंह मोड़ लिए हैं. आधा दर्जन जलमीनार और दर्जन भर से अधिक चापानल एक वर्ष से खराब पड़ा हुआ है. बार-बार गुहार लगाने के बाद भी सरकारी मुलाजिम इस ओर ध्यान नहीं देते.
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ग्रामीणों में दिख रही है नाराजगी
पेयजल समस्या से ग्रामीण वर्षों से जूझ रहे हैं. ग्रामीण प्रशासन के रवैये से नाराज हैं. खासकर महिलाओं में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. शुद्ध पानी के लिए गांव की महिला जूझती रहती है. चेटर पंचायत की बिना देवी, सोमरी देवी, सूरजमनी कुमारी कहती हैं कि जब यह जलमीनार लगाया गया था तो चापानल का हेड खोलकर ले जाया गया. आज यह जलमीनार खराब हो गई है. अब हमं दूर से पानी लाना पड़ता है. इससे हमें बहुत परेशानी उठानी पड़ती है.
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क्षेत्र के जनप्रतिनिधि भी हैं मौन
सोलर जल मीनार और पेयजल की समस्या पर झारखंड आंदोलनकारी जितेंद्र सिंह और कामता पंसस अयूब खान कहते हैं कि समस्या से निजात नहीं मिलने के कारण सरकार के प्रति ग्रामीणों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है. इस मुद्दे को लेकर क्षेत्र के जनप्रतिनिधि भी मौन धारण किये हुए हैं. वहीं जब इस मुद्दे पर लातेहार के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गयी तो उनका फोन नेटवर्क क्षेत्र से बाहर मिला.