इम्पैक्ट इंडिया की व्यवस्था की खुली पोल
प्लास्टर काटने को नहीं थे ड्रेसर, परिजन खुद खोल रहे थे प्लास्टर
Chandwa : लातेहार के चंदवा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में व्यवस्था की पोल खुल गई. दरअसल रविवार को दिव्यांग बच्चों के परिजन अपने-अपने बच्चे को लेकर चंदवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर आये थे. यहां चौदह सालों के बच्चों के टेढ़े मेढ़े हाथ पैरों का ऑपरेशन करने के बाद प्लास्टर चढ़ाया गया था. पूरी व्यवस्था इम्पैक्ट इंडिया फाउंडेशन ने किया था. ड्रेसर के उपलब्ध नहीं रहने के कारण मजबूरन परिजनों को खुद प्लास्टर काटना पड़ा.
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हो सकती थी दुर्घटना
बच्चों के परिजन ड्रेसिंग के बारे में कुछ भी नहीं जानते थे. परिजनों ने चाकू, ब्लेड और अन्य धारदार हथियारों से प्लास्टर को काट कर अलग किया. इस दौरान दुर्घटना भी हो सकती थी. परिजनों ने बताया कि उन्हें प्लास्टर खुद खोलने के लिए कहा गया.
डॉक्टरों ने आरोप से किया इनकार
सीएचसी प्रभारी डॉक्टर नंद कुमार पांडेय और डॉक्टर युगल किशोर ने आरोप से इनकार करते हुए कहा कि उन्होंने सिर्फ पानी से प्लास्टर को भिंगोने कहा था. प्लास्टर काटने को नहीं कहा.
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परिजनों ने जताई नाराजगी
कुछ परिजनों ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि प्लास्टर खुद ही खोलना था तो पहले बता देते. प्लास्टर खुद घर पर ही खोल लेते. वहां की स्थिति को देखते हुए लातेहार के शल्य चिकित्सक दिनेश कुमार पहुंचे लेकिन ज्यादा देर नहीं रूके और वापस लौट गये. बहरहाल इम्पैक्ट इंडिया की व्यवस्था पर अंगुली उठ रही है.