LagatarDesk : केयर रेटिंग एजेंसी ने जीडीपी ग्रोथ रेट अनुमान को घटा दिया है. केयर रेटिंग ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए ग्रोथ रेट के अनुमान को घटाकर 8.8-9 फीसदी कर दी है. इससे पहले रेटिंग एजेंसी ने अनुमान लगाया था कि चालू वित्त वर्ष 2021-22 में 10.2 फीसदी की दर से जीडीपी ग्रो करेगी. एजेंसी ने कहा कि इसमें एग्रिकल्चर और इंडस्ट्रीज का सबसे बड़ा योगदान होगा. बता दें कि वित्त वर्ष 2020-21 में देश की अर्थव्यवस्था में 7.3 फीसदी की गिरावट दर्ज की गयी थी.
एग्रिकल्चर और इंडस्ट्री सेक्टर के कारण इकोनॉमी करेगी ग्रो
रेटिंग एजेंसी ने कहा कि वित्त वर्ष 2022 में देश की अर्थव्यवस्था हर मोर्च पर बेहतर कर रही है. रिपोर्ट के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष में एग्रिकल्चर और इंडस्ट्री सेक्टर के कारण इकोनॉमी में तेजी दिखेगी. सर्विस सेक्टर में 8.2 फीसदी से कम ग्रोथ देखने को मिल सकता है.
कोरोना काल का सबसे बड़ा संकट डिमांड में कमी
कोरोना की दूसरी लहर के कारण होटल, रेस्टोरेंट्स, टूरिज्म, रीटेल, मॉल, एंटरटेनमेंट जैसे बिजनेस पर काफी बुरा असर पड़ा है. केयर रेटिंग्स का कहना है कि कोरोना संकट से पहले से ही देश की अर्थव्यवस्था में गिरावट देखने को मिल रही थी. कोरोना महामारी के कारण डिमांड में और अधिक गिरावट आयी.
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7.9 फीसदी रह सकता है राजकोषीय घाटा
रेटिंग एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष में सरकार का राजकोषीय घाटा 17.38 लाख करोड़ से 17.68 लाख करोड़ के बीच रह सकता है. 222.9 लाख करोड़ के नॉमिनल जीडीपी के आधार पर फिस्कल डेफिसिट 7.8-7.9 फीसदी रहने का अनुमान है. इसके अलावा बैंकों का NPA मार्च 2022 तक बढ़कर 10-10.50 फीसदी तक पहुंच सकता है.
630 अरब डॉलर पहुंच सकता है विदेशी मुद्रा भंडार
चालू वित्त वर्ष में ट्रेड डेफिसिट जीडीपी का 0.50-1.0 फीसदी के बीच रह सकता है. पिछले साल के मुकाबले चालू वित्त वर्ष में फॉरन पोर्टफोलियो इन्वेस्टमेंट (FPI) कम हो सकता है. 2021 में यह 18-22 अरब डॉलर के बीच रहने का अनुमान है. देश का विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर 620-630 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है.
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