Chakradharpur : चक्रधरपुर के गुदड़़ी बाजार के दुकानदारों को अतिक्रमण हटाये जाने का नोटिस मिलने के बाद सोमवार को अंचल कार्यालय पहुंचकर उन्होंने अपना पक्ष रखा. दुकानदारों ने कहा कि गुदड़ी बाज़ार की जमीन को अतिक्रमण करने का आरोप बिलकुल निराधार है. वर्षों पहले राजा नरपत सिंह ने दुकानदारों को दुकान लगाने के लिए गुदड़ी बाज़ार की जमीन दान में दी थी. दूसरी ओर अंचलाधिकारी ने कहा कि दुकानदार आवंटित जमीन के अतिरिक्त अतिक्रमण की हुई जगह को स्वयं खाली कर दें.
हम अतिक्रमणकारी तो कर क्यों वसूला जा रहा
दुकानदारों ने अंचलाधिकारी के सामने तर्क दिया कि यहां बाज़ार लगाने वालों से कभी कृषि बाज़ार समिति तो कभी नगर परिषद् के द्वारा कर वसूली की जाती है. महामारी के दौरान भी दुकानदारों से कर वसूला गया है. अगर दुकानदार अतिक्रमणकारी हैं तो उनसे कर क्यों लिया गया. वहीं मामले को लेकर अंचलाधिकारी बाल किशोर महतो ने कहा कि गुदड़ी बाजार में जिन दुकानदारों को दुकान के लिए जितनी जगह आवंटित है, उसके बाहर की जगह को भी उन्होंने अतिक्रमित किया हुआ है. उनहोंने कहा कि अतिरिक्त रूप से किए गए अतिक्रमण को दुकानदार हटा लें, इससे सभी को लाभ मिलेगा. ऐसा करने से उन्हें भी सुविधा होगी और दूर-दराज से सब्जी, फल व जंगली उत्पाद लेकर बाजार आने वाले ग्रामीण भी अपने सामानों की बिक्री कर पाएंगे. इससे पहले 20 जुलाई को भी दुकानदारों ने अंचलाधिकारी से मिलकर अपना पक्ष रखा था. सीओ से मिलनेवालों में अधिवक्ता निरंजन प्रसाद साहु, अभिषेक कुमार, मानवाधिकार कार्यकर्ता बैरम खान के अलावे गुदड़ी बाजार के दुकानदार शामिल थे.
अतिक्रमण पर विधायक ने सीएम को लिखा पत्र
गौरतलब है कि चक्रधरपुर के विधायक सुखराम उरांव ने सीएम को खत लिखकर कहा था की गुदड़ी बाज़ार में बड़ी संख्या में दुकानदारों ने जमीन पर अतिक्रमण कर रखा है, जिससे गांव के गरीब किसान को दुकान लगाने की जगह नहीं मिलती है. उन्होंने सरकार से अतिक्रमित जमीन को खाली करने का आग्रह सरकार से किया था. जिसपर सरकार ने संज्ञान लेकर कार्रवाई तेज कर दी है.