New Delhi : TMC सांसद महुआ मोइत्रा कैश फॉर क्वेरी मामले में गुरुवार को लोकसभा की एथिक्स कमेटी के सामने पेश हुईं. खबर है कि कमेटी ने उनसे कारोबारी दर्शन हीरानंदानी को अपनी संसदीय लॉगिन-आईडी देने को लेकर सवाल पूछा. इसके बदले मिले पैसों को लेकर भी जवाब तलब किया. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
#WATCH | On TMC MP Mahua Moitra, Vinod Sonkar, Chairman, Ethics Committee of Parliament, says, “…Only those questions were asked to Mahua Moitra on which there are allegations… She was given the right to give answers to those questions that she wanted, and not give those that… pic.twitter.com/JDwLDlHPfh
— ANI (@ANI) November 3, 2023
STORY | Subjected to humiliating questions at Lok Sabha ethics panel hearing: Mahua Moitra
READ: https://t.co/IkHArhSQv1
(PTI File Photo) pic.twitter.com/TZdUfX5zX2
— Press Trust of India (@PTI_News) November 2, 2023
विपक्षी सांसद महुआ के साथ कमेटी की बैठक से वॉकआउट कर गये
जानकारी के अनुसार महुआ मोइत्रा से एथिक्स कमेटी ने लगभग एक घंटे तक सवाल-जवाब किया. लेकिन मामला बिगड़ गया. महुआ मोइत्रा एथिक्स कमेटी के सवालों से नाराज होकर वहां से बाहर निकल गयी. महुआ के अनुसार उनसे कुछ आपत्तिजनक सवाल पूछे गये. विपक्ष के सांसद भी महुआ के समर्थन में आ गये. समिति के सदस्य कांग्रेस सांसद एन उत्तम कुमार रेड्डी, बसपा के दानिश अली सहित पांच विपक्षी सांसद महुआ के साथ कमेटी की बैठक से वॉकआउट कर गये.
निजी जिंदगी को लेकर निचले स्तर के अशोभनीय सवाल पूछे गये!
टीएमसी सांसद महुआ ने आरोप लगाया कि कमेटी के अध्यक्ष भाजपा सांसद विनोद कुमार सोनकर ने उनकी निजी जिंदगी को लेकर निचले स्तर के अशोभनीय सवाल पूछे. उन्होंने मुझसे पूछा, आप रात में किससे बात करती हैं, कितनी बार करती हैं. कमेटी के अध्यक्ष ने मुझसे कॉल डिटेल्स मांगा. महुआ के अनुसार उनसे पूछा गया कि क्या आप एक्स के साथ किसी होटल में गयी थीं, क्या आप लोग वहां रुके थे, पिछले पांच साल में आपने क्या-क्या किया.
एथिक्स कमेटी के अंदर हुई बातों को सार्वजनिक नहीं करना होता है
महुआ ने कहा कि एथिक्स कमेटी के अंदर हुई बातों को सार्वजनिक नहीं करना होता है, मगर वह ऐसा इसलिए कर रही हैं, क्योंकि उन्हें मुहावरे की भाषा में वस्त्रहरण का सामना करना पड़ा. वॉकआउट के बाद विपक्षी सांसद कांग्रेस के एन उत्तम कुमार रेड्डी, बसपा के दानिश अली और जदयू के गिरधारी यादव सहित विपक्षी सदस्यों ने कमेटी के अध्यक्ष सोनकर को कटघरे में खड़ा किया.
कांग्रेस सांसद रेड्डी ने आरोप लगाया कि महिला सांसद से निजी सवाल पूछे गये. रेड्डी ने सोनकर के सवालों को अशोभनीय और अनैतिक करार दिया. आरोप लगाया कि सोनकर किसी के इशारे पर काम कर रहे थे. उनका इशारा भाजपा की ओर था. बसपा सांसद दानिश अली ने भी अशोभनीय और अनैतिक सवाल पूछने का आरोप लगाते हुए कमेटी के अध्यक्ष सोनकर को हमला बोला.
सोनकर ने कहा, महुआ से सिर्फ वही सवाल पूछे गये जिन पर आरोप हैं
संसद की आचार समिति के अध्यक्ष विनोद सोनकर ने कहा कि महुआ मोइत्रा से सिर्फ वही सवाल पूछे गये जिन पर आरोप हैं. उन्हें उन सवालों के जवाब देने थे. वह जिन सवालों को जवाब देना चाहती थी, दे सकती थी. जिनका जवाब नहीं देना चाहती थी, नहीं देती… ऐसा करने के बजाय, केवल जांच में बाधा उत्पन्न करने के लिए,उसके द्वारा हंगामा खड़ा किया गया था. कहा कि आचार समिति के अध्यक्ष और सदस्यों के लिए उसने जिस तरह के शब्दों का इस्तेमाल किया, वह शोभा नहीं देता है.
कमेटी अध्यक्ष ने सांसदों के वॉकआउट को गलत करार दिया.
वे इसलिए आरोप लगा रहे हैं, ताकि टीएमसी सांसद का बचाव किया जा सके. साथ ही उन्होंने महुआ सहित विपक्षी सांसदों के वॉकआउट को गलत करार दिया. कमेटी में शामिल भाजपा सांसदों ने अध्यक्ष सोनकर का बचाव किया. कमेटी की सदस्य अपराजिता सारंगी ने कहा कि जब मोइत्रा से हीरानंदानी के हलफनामे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने क्रोधित, दंभ भरा और अहंकारी व्यवहार किया.
महुआ को अब कोई ताकत नहीं बचा सकती : निशिकांत दुबे
महुआ पर कैश फॉर क्वेरी का आरोप लगाने वाले भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि विपक्षी सांसदों का वॉकआउट करना महुआ के मामले से ध्यान भटकाने की कोशिश है. कहा कि एथिक्स कमेटी की कार्यवाही को लेकर गलत छवि बनाने की कवायद की जा रही है. दुबे ने कहा कि एथिक्स कमेटी को महुआ से पूछताछ करनी है. इस पर विपक्ष को क्यों परेशानी है.
कहा कि कमेटी का नेतृत्व एक दलित-ओबीसी सदस्य के पास है. यह बात उनको पच नहीं रही है. भाजपा सांसद कहा कि उन्होंने जो सबूत पेश किये हैं, उसके आधार पर महुआ को कोई ताकत नहीं बचा सकती.