Sahibganj: अवैध खनन मामले की जांच करने सीबीआई की टीम एक बार फिर बुधवार को साहेबगंज पहुंची है. साहेबगंज पहुंचते ही सबसे पहले टीम ने अपनी सुरक्षा का इंतजाम किया. जिला पुलिस प्रशासन की ओर से फोर्स की व्यवस्था की गयी. ठीक दस बजे टीम साहिबगंज व्यवहार न्यायालय एडीजे कोर्ट पहुंची. टीम के सदस्य दस मिनट तक जज से मिले, उसके बाद जरूरी दस्तावेज लेकर सर्किट हाउस पहुंचे.
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कई पदाधिकारियों से हो सकती है पूछताछ
टीम का एक सदस्य पुलिस बल के साथ वाहन से शहर की ओर निकल पड़ा. माना जा रहा है कि वह किसी को नोटिस देने के लिए बाहर गया होगा, क्योंकि इस बार सीबीआई उन पदाधिकारियों से भी पूछताछ कर सकती है, जिन्होंने अवैध खनन मामले में ईडी के गवाह विजय हांसदा की मदद की और अवैध खनन को बढ़ावा दिया. सीबीआई टीम में डीएसपी कृष्णकांत सिंह, सीनियर पीपी प्रियांशु सिंह के साथ दो पदाधिकारी शामिल हैं. इससे पहले सीबीआई टीम की 24 नवंबर को अवैध खनन मामले की जांच करने साहेबगंज पहुंची थी और दो दिन रहने के बाद सीबीआई की टीम रांची लौट आई. गौरतलब है कि सीबीआई ने बीते 20 नवंबर को नींबू पहाड़ पर अवैध खनन मामले प्राथमिकी दर्ज की थी. सीबीआई के चर्चित डीएसपी कृष्ण कुमार सिंह को केस का आईओ बनाया गया है.
ईडी के बाद सीबीआई ने दर्ज किया प्राथमिकी
सीबीआई ने अपने एफआईआर में बरहेट के विधायक प्रतिनिधि और ईडी केस में मुख्य आरोपी पंकज मिश्रा, कारोबारी विष्णु कुमार यादव, पवितर कुमार यादव, साहिबगंज जिला परिषद के उपाध्यक्ष राजेश यादव, संजय कुमार यादव, बच्चू यादव, संजय यादव, सुवेश मंडल समेत अन्य को आरोपी बनाया है. साहेबगंज जिला के मुफ्फसिल थाना में विजय हांसदा के द्वारा दर्ज कोर्ट कंप्लेन के साथ-साथ विजय हांसदा के द्वारा साहिबगंज के ही एसटी-एससी थाना में दर्ज केस 6/22 को सीबीआई ने टेकओवर किया है. आरोपियों के खिलाफ झारखंड माइंस एंड मिनरल्स एक्ट, आर्म्स एक्ट व एसटी-एससी एक्ट की संगत धाराओं में केस दर्ज किया गया है.
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