Ranchi : तेनुघाट थर्मल पावर स्टेशन (टीटीपीएस) में बिजली उत्पादन पिछले दो महीने से प्रभावित है. सीसीएल की ओर से टीटीपीएस को कोयला नहीं दिया जा रहा है. सीसीएल का टीटीपीएस के पास कुल बकाया लगभग 990 करोड़ है. सूत्रों की मानें तो टीटीपीएस से बिजली उत्पादन 24 अप्रैल से बंद है. 16 जून को टीटीपीएस ने सीसीएल को 89 करोड़ दिया गया. इसके बाद सीसीएल ने कोयला देना शुरू किया. लेकिन दो-तीन दिन में एक रैक कोयला दिया जाता है, जबकि टीटीपीएस को प्रतिदिन बिजली उत्पादन के लिये दो रैक कोयले की जरूरत होती है. ऐसे में बमुश्किल एक यूनिट से ही बिजली उत्पादन किया जा रहा है. बता दें कि टीटीपीएस से बिजली उत्पादन के लिए कोयला खरीद की राशि का भुगतान राज्य सरकार करती है. पिछले कुछ दिनों से सीसीएल के बकाया भुगतान पर असर दिख रहा है. इस कारण सीसीएल ने कोयला देना बंद कर दिया है.
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किसी तरह चल रही यूनिट
टीटीपीएस की दोनों यूनिट से 15 जून तक उत्पादन प्रभावित रहा. भुगतान होने के बाद सीसीएल ने एक रैक कोयला भेजा, जिसके बाद एक यूनिट चलायी गयी. टीटीपीएस की दोनों यूनिटें 210-201 मेगावाट की क्षमता वाली हैं, लेकिन इनसे 130 -130 मेगावाट तक बिजली उत्पादन किया जाता है. फिलहाल एक यूनिट बंद रहने से बमुश्किल 130 मेगावाट तक बिजली उत्पादन किया जा रहा है. सामान्य दिनों में टीटीपीएस से लगभग 140 से 145 यूनिट तक बिजली उत्पादन किया जाता है. बता दें कि पिछले दिनों राज्य सरकार ने टीटीपीएस का विलय उर्जा उत्पादन निगम में करने के लिये दोनों निगमों को पत्र लिखा. दोनों निगमों के बोर्ड से स्वीकृति मिलने के बाद टीटीपीएस का उर्जा उत्पादन निगम में विलय संभव है.
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मेंटनेंस पर पड़ सकता है असर
सूत्रों की मानें तो टीटीपीएस में बिजली उत्पादन नहीं होने से मेंटनेंस कॉस्ट बढ़ सकता है. वहीं यूनिटों में तकनीकी समस्या आ सकती है. पिछले दिनों कोयला कम होने से 24 अप्रैल को शटडाउन लिया गया था. लेकिन मेंटनेंस पूरा होने के बाद भी निगम ने इसे शुरू नहीं किया. इस दौरान टीटीपीएस प्रबंधन और सीसीएल के बीच भुगतान को लेकर काफी खींचतान भी रही. टीटीपीएस प्रबंधन ने कोयला की काफी मांग की. लेकिन सीसीएल प्रबंधन ने बकाया भुगतान के बिना कोयला देने से इनकार कर दिया. इसके बाद निगम ने 89 करोड़ रूपये सीसीएल को दिया. लेकिन अब भी प्लांट में कोयले की कमी है. दोनों यूनिट को एक साथ चलाने के लिए प्रतिदिन सात हजार मीट्रिक टन कोयले की आवश्यकता होती है.
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