केंद्र सरकार ने ट्विटर को 1178 पाकिस्तानी-खालिस्तानी खातों को हटाने के लिए कहा है. सूत्रों के अनुसार इन 1178 खातों से ट्विटर पर किसान आंदोलन के बारे में गलत सूचना और भड़काऊ सामग्री फैलायी जा रही है. टि्वटर को इस आदेश का पूरी तरह से पालन करना है.
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किसान आंदोलन पर गलत सूचना फैला रहे खाते
कृषि कानूनों के खिलाफ गाज़ीपुर बॉर्डर पर किसानों का विरोध-प्रदर्शन सोमवार को 73वें दिन भी जारी रहा. 26 जनवरी की हिंसक घटना के बाद सरकार ने सैकड़ों टि्वटर अकांउट्स की पहचान की है, जिनसे किसानों के विरोध प्रदर्शन के बारे में गलत और भड़काऊ सूचना फैलायी जा रही है. इसके बाद केंद्र सरकार ने ट्विटर को 1178 पाकिस्तानी-खालिस्तानी खातों को हटाने के लिए कहा. हालांकि टि्वटर की ओर से अभी इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
Government tells Twitter to remove 1178 Pakistani-Khalistani accounts spreading misinformation and provocative content around farmers’ protests. Twitter yet to completely comply with orders: Sources pic.twitter.com/YGZLnjxbv3
— ANI (@ANI) February 8, 2021
थनबर्ग के साझा किये दस्तावेज का संबध खालिस्तानी समूह से
इससे पहले गुरुवार को दिल्ली पुलिस ने कहा था कि उसने पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग और अन्य लोगों द्वारा ट्विटर पर साझा की गयी एक ‘टूलकिट’ के बारे में अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की थी. एक शीर्ष अधिकारी के अनुसार आरंभिक जांच में इस दस्तावेज का संबंध खालिस्तान समर्थक समूह के साथ होने का संकेत मिला है.
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दिल्ली पुलिस ने दर्ज किया है मामला
किसानों के आंदोलन को समर्थन देते हुए थनबर्ग ने एक ”टूलकिट टैग किया था. इस दस्तावेज में किसानों के समर्थन में ट्वीट्स की झड़ी लगाने और भारतीय दूतावासों के बाहर प्रदर्शन की योजना का जिक्र था. विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) प्रवीर रंजन ने कहा था कि इस ‘टूलकिट’ में देश में सामाजिक सौहार्द्र बिगाड़ने की बात कही गयी थी. दिल्ली पुलिस ने इसके लेखक के खिलाफ आपराधिक साजिश, राजद्रोह और अन्य आरोपों में एक मामला दर्ज किया है. उन्होंने कहा था कि शुरुआती जांच के अनुसार एक खालिस्तानी समर्थक संगठन ने यह ‘टूलकिट’ तैयार किया. सोशल मीडिया पर अपलोड किये गये इस दस्तावेज में 26 जनवरी को और उससे पहले डिजिटल जगत में कई ट्वीट करने की बात कही गयी थी.