New Delhi : केंद्र सरकार ने एक नये मंत्रालय बनाने की घोषणा है. इस नये मंत्रालय का नाम होगा मिनिस्ट्री ऑफ को-ऑपरेशन. मंगलवार की रात इसकी घोषणा की गयी. वहीं केंद्र की मोदी सरकार के कैबिनेट विस्तार को लेकर भी मंथन जारी है. उसी बीच इस नये मंत्रालय की घोषणा एक बड़ी खबर बन गयी है. पक्की खबर है कि सात जुलाई यानि कल शाम छह बजे मोदी कैबिनेट का विस्तार होगा.
वर्तमान में मोदी मंत्रिमंडल में 57 सदस्य हैं
पीएम नरेंद्र मोदी एनडीए के चार सहयोगी दलों जदयू, लोजपा, अन्नाद्रमुक और अपना दल को सरकार में शामिल कर सकते हैं. वाईएसआर कांग्रेस को भी सरकार में शामिल किये जाने की चर्चा है. वर्तमान में मोदी मंत्रिमंडल में 57 सदस्य हैं. संविधान के नियमों के तहत मंत्रिमंडल में 81 मंत्री हो सकते हैं. खबर है कि असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को दिल्ली पहुंचने का संदेश दिया गया है. ज्योतिरादित्य सिंधिया, भूपेंद्र यादव को फिलहाल दिल्ली में ही रहने के लिए कहा गया है. सूत्रों के अनुसार जदयू से बातचीत अंतिम दौर में है.
शिवसेना और अकाली दल के एनडीए से नाता तोड़ने और रामविलास पासवान के निधन के बाद सरकार में सहयोगियों की भूमिका प्रतीकात्मक रह गयी है. वर्तमान में महज आरपीआई (अठावले) की ही सरकार में शामिल है. जान लें कि आरपीआई का कोई सदस्य लोकसभा में नहीं है. इसके अध्यक्ष रामदास अठावले राज्यसभा सदस्य है. वे सरकार में राज्य मंत्री हैं.
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चार सहयोगी दलों के नेताओं को बनाया जायेगा मंत्री
सूत्रों के अनुसार मंत्रिमंडल विस्तार में एनडीए में शामिल चार सहयोगी दलों को सरकार में प्रतिनिधित्व मिलना तय है. लोकसभा चुनाव के बाद सरकार गठन में महज एक सीट के प्रस्ताव को जदयू ने खारिज कर दिया था. जानकारी के अनुसार अब जदयू को दो कैबिनेट और एक राज्य मंत्री का प्रस्ताव दिया गया है. इस मामले में बातचीत जारी है.
लोजपा से पशुपति पारस के मंत्री बनने की संभावना जतायी गयी है. अन्नाद्रमुक के भी सरकार में शामिल होने की चरचा है. अपना दल से अनुप्रिया पटेल का मंत्री बनाया जाना तय बताया जा रहा है. वाईएसआर कांग्रेस से भी बातचीत चलने की खबर है.