Jamshedpur : सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (सीजीपीसी) के संचालन के लिए तख्त पटना साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रंजीत सिंह द्वारा बनाई गई पांच सदस्यीय कमेटी 15 दिन बाद भी चार्ज नहीं ले सकी है. चार अगस्त को तख्त साहिब का पत्र डीसी समेत वरीय पुलिस अधिकारियों को मिला था. नौ अगस्त को वह पत्र सार्वजनिक हुआ तो सिख राजनीति में खलबली मच गई. तीन दिन पूर्व पांच सदस्यीय कमेटी ने मानगो गुरुद्वारा में बैठक की थी. उसके बाद डीसी से मिलने की रणनीति बनाई. लेकिन बाद में कमेटी के सदस्य चुप हो गए.
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सरदार शैलेंद्र सिंह को कमेटी का प्रमुख घोषित किया गया है. वे इस मसले पर धीरे-धीरे कदम बढ़ा रहे हैं. बहरहाल, शहर की सिख राजनीति के बीच अगली चाल क्या होगी, सबकी नजरें इस पर हैं. इधर, इस मामले पर डीसी सूरज कुमार ने कहा कि सिख समाज के लोग इस मामले में नहीं मिले हैं. उनसे पूछने पर कि तख्त साहिब के पत्र पर आप क्या कर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि यह कोई सरकार का आदेश नहीं है कि हम उसका पालन करें. धार्मिक मामलों में प्रशासन तभी हस्तक्षेप करता है जब विधि व्यवस्था पर बात आए. वैसे भी धार्मिक मामलों में पड़ना प्रशासन का काम नहीं है.