Ranchi : सूबे के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथलेश ठाकुर कहते हैं कि लोगों को स्वच्छ जल उपलब्ध कराना राज्य सरकार का लक्ष्य है. 2024 तक राज्य के सभी घरों में पाइपलाइन से पेयजलापूर्ति की जाएगी. लेकिन चाईबासा जिला स्थित मुदुई पंचायत के सरस्वतीपुर में 11 करोड़ की लागत से बना फिल्टर हाउस तीन साल से खराब है. यह स्थिति तब है, जब मंत्री ने फरवरी 2020 को खराब फिल्टर हाउस को बनाने का निर्देश चाईबासा उपायुक्त और जिले के कार्यपालक अभियंता को दिया था. फरवरी 2020 को जब यह मामला सामने आया था, उसके डेढ़ साल पहले से ही यह फिल्टर हाउस खराब था. यानी आज इसे खराब हुए करीब 3 साल पूरे होने को हैं. लेकिन इसकी मरम्मति नहीं हो पायी है. इससे सीधे-सीधे करीब 20,000 लोग प्रभावित है.
फरवरी 2020 में किया गया ट्वीट
उपायुक्त, पश्चिम सिंहभूम/कार्यपालक अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, चाईबासा… इस विषय पर अविलंब संज्ञान लेते हुए संबंधित तथ्यों से अवगत कराएं !!@DC_Chaibasa @HemantSorenJMM @JmmJharkhand @JharkhandCMO https://t.co/cPL5Y5rAwL
— Mithilesh Kumar Thakur (@MithileshJMM) February 19, 2020
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फिल्टर हाउस पर आसपास के करीब 8 गांव हैं निर्भर
लगभग 11 करोड़ से निर्मित फिल्टर हाउस पर आसपास के करीब 8 गांव पूरी तरह से आश्रित हैं. सभी गांवों को मिला दें, तो इसकी आबादी लगभग 20,000 तक है. लेकिन 3 साल से खराब हुए इस फिल्टर हाउस का परिणाम यह है कि एक बड़ी जनसंख्या शुद्ध पानी की समस्या से जुझ रही है. इतनी सारी योजनाओं के होते हुए भी इस गांव के लोग पेयजल आपूर्ति के लिए खेत में बने चुआं पर निर्भर हैं.
बता दें कि जिले में ऐसे कई गांव या टोले हैं, जहां आज भी चापाकल, पेयजल कुआं या सोलर जल मीनार मौजूद नहीं है. जिस वजह से लोगों को साल भर पीने के पानी के लिए संघर्ष करते रहना पड़ता है. मंत्री के निर्देश के बाद भी कार्रवाई नहीं होने से परेशान ग्रामीण आज यह कहने को मजबूर हैं कि ट्विटर पर दिया मंत्री का निर्देश केवल दिखावे का रह गया है.
विधायक सोनाराम ने भी उठाया था मामला
इस मामले में जगन्नाथपुर के विधायक सोनाराम सिंकु ने लगातार न्यूज को बताया कि ग्रामीणों की इस समस्या को उन्होंने कई बार विभागीय अधिकारियों के समक्ष रखा है. विभागीय मंत्री को भी मौखिक रूप से जानकारी दी है. पर आज तक इसपर किसी ने ध्यान नहीं दिया. वहीं जब मंत्री मिथलेश ठाकुर से पक्ष लेने की कोशिश की गयी, तो उनका फोन स्वीच ऑफ मिला. जैसे ही उनका पक्ष मिलेगा, उसे प्रकाशित कर दिया जाएगा.
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