Chaibasa : पश्चिमी सिंहभूम जिले के पोड़ाहाट की सामाजिक, पारंपरिक, रूढ़ी प्रथा को जीवित रखने के लिए प्रशासनिक पदाधिकारी उसी अनुरूप विकास का स्वरूप तैयार करें ताकि यहां की संस्कृति विकृत न हो. यह प्रतिक्रिया झारखंड प्रदेश तृणमूल युवा कांग्रेस अध्यक्ष सन्नी सिंकु ने दी है. उन्होंने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर उक्त बातें कहीं हैं. उन्होंने कहा है कि कोल्हान पोड़ाहाट की संस्कृति सामुदायिक रही है.
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यहां किसी भी गांव में बैठने, त्योहार मनाने, खेलकूद, मवेशी चराने के लिए चरागाह और सभी समुदाय के बीच सामाजिक, पारिवारिक, सहयोगात्मक संस्कृति है. लेकिन विकास कार्य में कोल्हान पोड़ाहाट की इन संस्कृति को कायम नहीं रखने के कारण सामाजिक समरसता में कुप्रभाव पड़ा है. यहां संस्कृति की मूल भावना विकृत हो रही है. जबकि कोल्हान पोड़ाहाट नॉन रेगुलेशन क्षेत्र है. यहां निवास करने वाले लोगों कि संस्कृति को यथावत रखना प्रशासनिक पदाधिकारियों की जिम्मेदारी है. इसलिए कोल्हान पोड़ाहाट में प्रशासनिक पदाधिकारी सामान्य क्षेत्र की अवधारणा पर विकास का स्वरूप थोपने का कार्य न करे.