Chaibasa : अर्जुन सुरीन की नक्सलियों ने हत्या नहीं की थी. नक्सलियों के मिलकर आने के दौरान आईईडी की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई. चाईबासा पुलिस ने बताया कि कुछ मीडिया समूहों और व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से यह जानकारी प्राप्त हुई कि गोईलकेरा थाना अंतर्गत नक्सली घटना घटित हुई, जिसमें लोपाबेड़ा निवासी अर्जुन सुरीन को नक्सलियों द्वारा पुलिस मुखबीर होने का आरोप लगाते हुए हत्या कर दी गई है. इसको लेकर स्थानीय स्तर पर और विशेष सूत्रों के माध्यम से सूचना एकत्र करने का प्रयास किया गया.
पुलिस मुखबीरी में मारे जाने की बात से इनकार
अभी तक प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस प्रकार की कोई भी घटना उस क्षेत्र में घटित नही हुई है. प्राप्त जानकारी के अनुसार अर्जुन सुरीन स्वयं नक्सली समर्थक था, जो वनग्राम राजाबासा में रहकर भाकपा माओवादी के नक्सलियों को विभिन्न प्रकार की सामग्री उपलब्ध कराने का कार्य करता था. प्राप्त जानकारी के अनुसार, दो या तीन दिन पूर्व वह वनग्राम राजाबासा से हुसीपी नक्सलियों से मिलने गया था. लौटने के क्रम में नक्सलियों द्वारा सुरक्षाबलों को क्षति पहुंचाने के लिए लगाये गये आईईडी की चपेट में आने से उसकी मृत्यु हो गई.
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