Chaibsa (Sukesh kumar) : कोल्हान विश्वविद्यालय में 2008 बैच के वैसे सहायक प्रोफेसर जिन्होंने पीएचडी कर विश्वविद्यालय में योगदान दिया है. उन शिक्षकों की स्थिति दयनीय हो गयी है. कोल्हान विश्वविद्यालय में 2008 में 122 सहायक प्रोफेसरों ने योगदान दिया था. इसमें लगभग 60 शिक्षक पीएचडी होल्डर है. पीएचडी होल्डर सहायक प्रोफेसर को अभी तक पीएचडी इंक्रीमेंट नहीं मिल पाया है. जिससे शिक्षकों में काफी आक्रोश है.
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शिक्षकों में आक्रेाश
जबकि बिनोवा भावे के अलावा झारखंड अन्य विश्वविद्यालय में वैसे शिक्षक जिन्होंने 2008 में पीएचडी कर सहायक प्रोफेसर पद पर योगदान दिया था. वैसे शिक्षकों का पीएचडी इंक्रीमेंट मिल रहा है. लेकिन कोल्हान विश्वविद्यालय में अभी तक मामला लंबित है. कोल्हान विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के उपाध्यक्ष सह प्रवक्ता डॉ. विजय प्रकाश ने कहा कि विश्वविद्यालय की ओर से पीएचडी इंक्रीमेंट संबंधित किसी तरह का कार्य नहीं किया जा रहा है. जिसके कारण लगभग 60 से अधिक पीएचडी होल्डर सहायक प्रेाफेसर का लाखों रुपये लंबित है. इससे शिक्षकों में काफी आक्रेाश है. विवि से मांग है कि पीएचडी इंक्रीमेंट को जारी किया जाये. ताकि शिक्षकों की परेशानी दूर हो सकें.
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