Chaibasa : बैंक ऑफ इंडिया के कार्यकारी निदेशक एस कार्तिकेयन ने कहा कि बैंक ऑफ इंडिया के स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं बैंकों से लोन लेकर अपना व्यवसाय कर आत्मनिर्भर बन रही है तथा लोन चुका रही है. बैंक ऑफ इंडिया के कार्यकारी निदेशक एस कार्तिकेयन रोजगार प्रशिक्षण संस्थान का निरीक्षण करने पहुंचे थे. कार्तिकेयन के साथ बैंक ऑफ इंडिया के महाप्रबंधक विक्रम केसरी मिश्र तथा जोनल प्रबंधक अनुज अग्रवाल भी उपस्थित थे.
इसे भी पढ़ें :चाईबासा : द्वितीय चरण के चुनाव के लिये मतदान कर्मी रवाना, उपायुक्त ने किया उत्साह वर्धन
महिलाओं ने पारंपरिक तरीके से उनका स्वागत किया
इस क्रम में उन्होंने बैंक ऑफ इंडिया के रोजगार प्रशिक्षण संस्थान के द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न ट्रेडों सिलाई सेंटर, कंप्यूटर ट्रेंनिंग, मोबाइल रिपेयरिंग, सेंटर सहित अन्य छोटे-छोटे प्रशिक्षण संस्थानों के कार्यक्रमों की बारीकी से अध्ययन किया और इसके बारे में संस्थान के निदेशक को आवश्यक दिशा निर्देश दिया. संस्थान में आने से पूर्व महिलाओं ने पारंपरिक तरीके से उनका स्वागत किया. यहां पर उन्होंने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर तथा भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि अर्पित की.
इस दौरान उन्होंने संस्थान के लोगों और प्रशिक्षण प्राप्त कर रही लड़कियों से भी प्रशिक्षण के बारे में जानकारी ली तथा उन्हें भी रोजगार करने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने बताया कि राज्य में 45 रोजगार प्रशिक्षण संस्थान हैं जो बीओवाई के द्वारा संचालित होते है. इनमें सबसे अच्छी संस्था पश्चिम सिंहभूम का है. उन्होंने लोगों से कहा कि संस्थान का लाभ ले और अपने रोजगार को आगे बढ़ाएं. इस मौके पर उन्होंने स्वयं सहायता समूह से जुड़ी 15 से अधिक महिला समूहों के बीच लगभग 18 लाख के ऋण का प्रमाण पत्र वितरण किया . इस मौके पर विभिन्न शाखाओं के शाखा प्रबंधक बैंकों के अन्य अधिकारी उपस्थित थे.