Chaibasa (Sukesh Kumar) : कोल्हान विश्वविद्यालय के विभिन्न कॉलेजों में गुरुवार से अपनी मांगों को लेकर घंटी आधारित शिक्षकों के हड़ताल पर चले जाने से कई कक्षाएं बाधित रही. टाटा कॉलेज में अधिकतर घंटी आधारित शिक्षक कार्यरत रहने के कारण यहाँ इसका सबसे ज्यादा असर देखने को मिला. वहीं, महिला कॉलेज चाईबासा में इतिहास विषय के सभी विद्यार्थी क्लास में बैठे रहे. दरअसल, महिला कॉलेज चाईबासा में इतिहास विषय पर घंटी आधारित तीन शिक्षक कार्यरत है. एक भी स्थाई शिक्षक नहीं होने के कारण इस विषय के सभी विद्यार्थी की पढ़ाई गुरुवार को नहीं हो पाई. इसी तरह जीसी जैन कॉमर्स कॉलेज में भी असर देखने को मिला.
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राज्यपाल व सीएम को लिखा गया पत्र, नहीं मिला जवाब
मालूम हो कि कोल्हान विश्वविद्यालय में कुल 195 घंटी आधारित शिक्षक विभिन्न विषय पर कार्यरत है. उनके हड़ताल पर जाने से कॉलेज में पढ़ाई पूरी तरह से बाधित होगी. इधर, घंटी आधारित शिक्षक डॉ मुरारी वेद ने कहा कि सरकार से लगातार मांगे पूरी करने को लेकर पत्राचार किया जा रहा है. लेकिन सरकार मौन धारण किया हुआ है. जबकि सरकार के नियमानुसार यदि 3 साल तक नियमित रूप से कॉलेज में कार्य करते तो उन्हें रेगुलर करना चाहिए. अब इस हालत में घंटी आधारित शिक्षक हो गए हैं कि अब कहीं भी नहीं जा सकते हैं. उन्होंने सरकार से मांग किया कि हमारी मांगों को संज्ञान में लेकर पूरा किया जाए. ताकि शिक्षकों का भला हो सके. उन्होंने कहा कि लगातार राज्यपाल व मुख्यमंत्री से भी मुलाकात कर पत्र लिखा गया है. लेकिन एक भी पत्र का जवाब नहीं आया.
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कक्षाएं बाधित नहीं करने का केयू ने दिया आदेश
मालूम हो कि राजभवन की ओर से सभी घंटी आधारित की नियुक्ति शर्तों के आधार पर किया गया है. प्रत्येक साल 11 महीना का एग्रीमेंट होता है. उसी एग्रीमेंट के तहत सभी शिक्षक पढ़ा रहे हैं लेकिन वर्तमान समय में सभी शिक्षकों ने मांग किया कि यूजीसी गाइडलाइन के तहत हमारी नियुक्ति की गई है. ऐसे में रेगुलर करने की भी जिम्मेदारी सरकार की बनती है. सरकार हमें बीच मझधार में नहीं छोड़ सकती. इधर, कोल्हान विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से सभी कॉलेज प्रभारियों को निर्देश दिया गया है कि कक्षाएं किसी भी हाल में बाधित ना हो. इसको लेकर वर्तमान समय में जो शिक्षक कार्यरत हैं. उन शिक्षकों से कार्य कराया जाए.