Chaibasa : कोल्हान विवि में पहले रजिस्टर में साइन करके हाजिरी होती थी, फिर बायोमीट्रिक्स मशीन से अंगूठे की छाप लेकर शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारी अटेंडेंस बनाने लगे. अब शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को अटेंडेंस बनाने के लिये मशीन के सामने चेहरा दिखाना होगा. अप्रैल माह के अंतिम सप्ताह तक फेस रीडिंग मशीन लगने की संभावना है. कोल्हान विश्वविद्यालय ने फेस रीडिंग मशीन लगाने का निर्णय लिया है. कोल्हान विवि में पांच फेस रीडिंग मशीन लगाई जाएगी. इसमें पीजी विभाग में तीन, प्रशासनिक भवन में एक तथा परीक्षा विभाग में एक मशीन लगेगी.
इसे भी पढ़ें : चाकुलिया : ध्यान फाउंडेशन गौशाला की टीम ने 56 मवेशियों को तस्करों से कराया मुक्त
चेहरे से उपस्थिति दर्ज करानी होगी
विवि में सही से संचालित होने के बाद सभी कॉलेजों में फेस रीडिंग मशीन लगाया जाएगा. इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है. मालूम हो कि थम्बी प्रिंट बायोमीट्रिक मशीन में कर्मचारियों द्वारा गड़बड़ियों की शिकायत लगातार मिल रही थी. ऑनलाइन हाजिरी के बावजूद बहुत से शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मियों के ड्यूटी पर नहीं आने का मामला सामने आ रहा था. इसी को देखते हुए विवि ने नए नियम के तहत व्यवस्था में सुधार करने का प्रयास किया है और फेस रीडिंग सिस्टम लागू करने का निर्णय लिया है.
इसे भी पढ़ें : चांडिल : एनएच 33 चौका में ट्रक की चपेट में आने से शिशु मंदिर खूंटी के शिक्षक की मौत
फेस रीडिंग मशीन ऐसे काम करती है
फेस रीडिंग मशीन में अंगुली या अंगूठे के बजाय कर्मचारियों को मशीन के सामने खड़ा होकर अपना चेहरा दिखना होगा. मशीन को टच नहीं करना है. मशीन में चेहरे की स्क्रेनिंग होगी तथा चेहरे का मिलान होने पर ही कर्मचारी की उपस्थिति दर्ज होगी. विवि का मानना है कि इससे थम्बक बायोमीट्रिक्स में होने वाली गड़बड़ियों से भी निजात मिलेगी.
इसे भी पढ़ें : क्रिप्टो मार्केट कैप में 4.45 फीसदी की तेजी, Bitcoin 42500 डॉलर के पार, 7 दिनों में Avalanche 28.54% उछला
बायोमीट्रिक्स सिस्टम बंद होगी: डॉ. पीके पाणी
विवि के प्रवक्ताट डॉ. पीके पाणी ने कहा कि कोल्हान विवि में बायोमीट्रिक्स सिस्टम को पूरी तरह से बंद किया जा रहा है. इसका निर्णय लिया जा चुका है. अब फेस रीडिंग मशीन के तहत उपस्थिति दर्ज होगी. अप्रैल माह तक इसे लागू किया जाएगा.