Chaibasa : पश्चिम सिंहभूम जिले के चाईबासा प्रखंड के उलीझरी गांव में पिछले तीन साल से मेडिकल कॉलेज का निर्माण हो रहा है. लेकिन कोरोना महामारी से भवन निर्माण के काम की गति काफी धीमी हो गई थी. लगातार प्रयास के बावजूद भी 10 प्रतिशत ही काम हो पाया है. लेकिन अब भवन निर्माण विभाग ने मार्च 2023 तक हर हाल में इसे पूरा करने का डेडलाइन निर्धारित किया है. जिसके बाद निर्माण कार्य तेज कर दिया गया है. 275 करोड़ रुपए की लगात से इस भवन का निर्माण हो रहा है, जिसमें कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध होंगी. विद्यार्थियों के लिए हॉस्टल से लेकर लैब भी तैयार हो रहा है. मुख्य सड़क तक पहुंच पथ का भी निर्माण होगा. कोल्हान विवि में यह दूसरा मेडिकल कॉलेज होगा, जहां से विद्यार्थी एमबीबीएस की पढ़ाई करेंगे. एमजीएम जमशेदपुर के बाद अब दूसरा मेडिकल कॉलेज होने से दूर दराज के ग्रामीण विद्यार्थियों को बेहतर अवसर प्राप्त हो सकेगा.
पहले सत्र में 100 सीट निर्धारित, दूसरे सत्र से 50 सीटें बढ़ेंगी
चाईबासा मेडिकल कॉलेज में पहले सत्र में 100 सीट की क्षमता निर्धारित की गई है. जबकि दूसरे सत्र से 50 सीट और बढ़ाए जाने की योजना है. अब तक की योजना के अनुसार वर्ष 2023 में पहला सत्र आरंभ हो सकता है. सभी विद्यार्थियों का प्रैक्टिकल चाईबासा सदर अस्पताल में होगा. यहां भी 35 करोड़ की लागत से अस्पताल का विस्तार किया जा रहा है. कुल 300 बेड अतिरिक्त बनाए जा रहे हैं.
कोरोना काल की वजह से मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य में असर पड़ा है. लेकिन मार्च 2023 तक भवन को पूरी से तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. 275 करोड़ की लागत से इस भवन का निर्माण हो रहा है. 100 सीट का मेडिकल कॉलेज बन रहा है.
विश्वनाथ उरांव, कार्यपालक अभियंता, भवन निर्माण विभाग, चाईबासा.