Chaibasa (Sukesh kumar) : चाईबासा स्थित महिला कॉलेज में इन दिनों स्थिति बत से बत्तर हो चुकी है. कॉलेज में अव्यवस्था बना हुआ है. यहां के परीक्षार्थी काफी परेशान हो चुके है. शौचालय अलग नहीं होने की वजह से मजबूरन लड़कों को लड़कियों के शौचालय का इस्तेमाल करना पड़ता है. छात्राओं का आरोप है कि प्रभारी प्राचार्या डॉ प्रीतिबला सिन्हा की लापरवाही से इस तरह की स्थिति उत्पन्न हुई है. विश्वविद्यालय के पास अलग से कॉलेज में शौचालय का निर्माण हो इसको लेकर प्रस्ताव तक नहीं भेजा है. हालांकि प्रभारी प्रिंसिपल डॉ प्रीतिबला ने कहा कि लड़कों के शौचालय को लेकर विवि के पास प्रस्ताव भेजा गया है. फिलहाल लड़कियों के शौचालय का ही उपयोग लड़कों द्वारा किया जा रहा है. इधर, परीक्षा देने पहुंचे परीक्षार्थियों के मुताबिक लड़कियों के शैचालय का उपयोग करना सही नहीं है. कॉलेज को इसकी व्यवस्था करनी चाहिए.
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झड़ियों से भरा कॉलेज का रास्ता
महिला कॉलेज के प्रवेश द्वार के बाद लोकेशन बोर्ड नहीं लगा है, जिस कारण विभिन्न कॉलेजों से परीक्षा देने पहुंचे नए विद्यार्थियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इससे कौन सा कमरा किस ओर है, इसकी जानकारी नहीं मिल पाती है. कॉलेज प्रशासन को इसे गंभीरता से लेते हुए लोकेशन बोर्ड लगाना चाहिए. वहीं, महिला कॉलेज इन दिनों झड़ियों से भर गया है. नियमित सफाई नहीं होने के कारण यहां अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों को काफी परेशानी होती है. सफाई को लेकर कई बार प्रभारी प्राचार्या को कहा गया लेकिन उन्होंने इस पर गंभीरता नहीं दिखाई. मालूम हो कि स्वतंत्रता दिवस को लेकर सिर्फ कुछ हिस्सा को साफ कर दिया गया था. लेकिन अधिकतर हिस्सा अब भी झड़ियों से भरा हुआ है. पद्मवती महिला छात्रावास, बीएड भवन की ओर जाने वाला रास्ता झड़ियों से भरा है.
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महिला कॉलेज की प्रभारी प्राचार्या डॉ प्रीतिबला को समाचार के माध्यम से अवगत कराया जाता है. लेकिन वे इस ओर ध्यान नहीं देती है. शौचालय का निर्माण, लोकेशन बोर्ड, सफाई इत्यादि की व्यवस्था होनी चाहिए. लड़कियों के शौचालय का उपयोग लड़के नहीं कर सकते. यह सुरक्षित नहीं है. प्रत्येक साहल हजारों की संख्या में विद्यार्थी महिला कॉलेज के सेंटर में परीक्षा देने पहुंचते है. हमारी मांगे पूरी नहीं होने पर प्रभारी को हटाने के लिये उग्र आंदोलन किया जायेगा.
सुबोध महाकुड़, सचिव सह छात्र प्रतिनिधि, कोल्हान विश्वविद्यालय यूनियन संघ
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महिला कॉलेज में लड़कों के लिए अलग से शौचालय अभी नहीं बना है. लड़कियों के शौचालय में ही लड़कों को इस्तेमाल करने को कहा गया है. विश्वविद्यालय को लड़कों के शौचालय के लिए प्रस्ताव भेजा गया है.
डॉ प्रीति बला सिन्हा, प्रभारी प्राचार्या, महिला कॉलेज चाईबासा
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