Kiriburu (Shailesh Singh) : चाईबासा पुलिस के बेहतर कार्य की वजह से अलग-अलग दो मामले के आरोपी को न्यायालय ने सजा सुनाई. पहले मामले में चक्रधरपुर थाना काण्ड सं0-27 / 2022, धारा- 302 भादवी के अभियुक्त पोण्डे सामड़, ग्राम कुल्लीतोडांग, थाना- चक्रधरपुर ने अपने पिता सानगी सामड़ को टांगी से मारकर हत्या कर दिया था. बीते 18 मार्च 2022 की रात्रि करीब 8 बजे सानगी सामड़ नशे के हालत में आकर किसी बात को लेकर अपनी पत्नी से झगड़ा होने के क्रम में अभियुक्त पोण्डे सामड़ द्वारा अपने पिता को टांगी से कानपट्टी एवं पैर में मारकर हत्या कर दिया गया था.
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अनुसंधान के क्रम में चाईबासा पुलिस द्वारा अभियुक्त पोण्डे सामड़ को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया तथा सभी साक्ष्यों को वैज्ञानिक तरीके से संग्रह करते हुए न्यायालय में आरोप पत्र समर्पित किया गया. जिसके आधार पर उक्त काण्ड का विचारण के क्रम में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश, चाईबासा के न्यायालय द्वारा अभियुक्त पोण्डे सामड़ को आजीवन कारावास तथा दस हजार रूपये का जुर्माना की सजा दी गई है.
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न्यायालय ने हत्या करने के दोषी को सुनाई 10 साल की सजा
दूसरा मामला गुवा थाना काण्ड सं0- 18 / 2022, धारा- 304 भादवी के अन्तर्गत अभियुक्त भजोराम लोहार उर्फ हाथी, पिता स्व० चमटु लोहार, ग्राम पाण्ड्राशाली (बड़ा जामदा) थाना- गुवा के विरूद्ध लाठी से मारकर हत्या करने के आरोप में दर्ज किया गया था. बीते 22 जून 2022 को गीता लोहार अपने देवर भजोराम लोहार और उसकी सास के साथ पत्ता तोड़ने नयागाँव के जंगल में गये हुए थे. तीनों पत्ता तोड़कर दिन के करीब 11:30 बजे पातोर चातोम्बा के घर के आंगन में आये जहां अभियुक्त और महेन्द्र गोप उर्फ करनो गोप के बीच आपसी विवाद होने के कारण अभियुक्त ने महेन्द्र गोप उर्फ करनो को पातोर चातोम्बा के घर के आँगन में रखे लकड़ी के डंडा से मारने के क्रम में बगल में खड़ी गीता लोहार को माथा, गाल एवं गर्दन के पिछे गम्भीर चोट लगने के कारण धटनास्थल में ही मृत्यु हो गई.
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अनुसंधान के क्रम में चाईबासा पुलिस द्वारा अभियुक्त भजोराम लोहार उर्फ हाथी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया तथा सभी साक्ष्यों को वैज्ञानिक तरीके से संग्रह करते हुए न्यायालय में आरोप पत्र समर्पित किया गया. जिसके आधार पर उक्त काण्ड का विचारण के क्रम में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश, चाईबासा के न्यायालय द्वारा अभियुक्त भजोराम लोहार उर्फ हाथी को 10 साल कठोर कारावास तथा दस हजार रूपये का जुर्माना की सजा दी गई है.
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चक्रधरपुर : लांजी गांव से खटिया पर गर्भवती को पहुंचाया अस्पताल
Chakradharpur (Shambhu Kumar) : चक्रधरपुर प्रखंड की सुदूरवर्ती क्षेत्र होयोहातु पंचायत के लगभग दो हजार फीट उंची पहाड़ी पर बसे लांजी गांव के ग्रामीण अब भी मुलभूत समस्याओं से जुझ रहे हैं. गांव में अच्छी पक्की सड़क नहीं होने के कारण ग्रामीणों को लंबी दूरी तय कर ऊंची पहाड़ी से लंबी दूरी तय कर लगभग छह किमी दूर दड़कादा गांव आना पड़ता है.वहीं सबसे ज्यादा परेशानी बीमार व गर्भवती महिलाओं को होती है.गुरुवार को एक गर्भवती महिला को खटिया पर लादकर पहले दड़कादा गांव लाया गया, उसके बाद गर्भवती महिला को ममता वाहन से चक्रधरपुर के अनुमंडल अस्पताल ले जाया गया.
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बताया जाता है कि लांजी गांव निवासी चंद्र भूमिज की पत्नी अलीषा भूमिज को प्रसव पीड़ा होने पर उसे परिजनों व स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से खटिया पर लादकर दो हजार फीट ऊंची पहाड़ी से पथरिले रास्ते होते हुये दड़कादा गांव लाया गया. इसके बाद अनुमंडल अस्पताल को सूचना देने पर ममता वाहन दड़कादा गांव पहुंची. जहां से महिला को ममता वाहन में चक्रधरपुर के अनुमंडल अस्ताल ले जाकर भर्ती कराया गया.
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लांजी गांव में नहीं है स्वास्थ्य उप केन्द्र
चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अंशुमन शर्मा ने बताया की लांजी गांव ऊंची पहाड़ी पर बसा होने के कारण वहां स्वास्थ्य उपकेन्द्र नहीं है.जबकि यहां की आबादी लगभग छह किमी दूर पहाड़ से नीचे दड़कादा गांव में स्वास्थ्य केन्द्र जर्जर अवस्था में हैं.वहीं ग्रामीणों ने बताया की दड़कादा गांव स्थित स्वास्थ्य उप केंद्र में डाॅक्टर उपलब्ध नहीं रहते, बल्कि एएनएम के भरोसे यह स्वास्थ्य उपकेन्द्र संचालित होता है. वहीं लांजी गांव की आबादी लगभग 850 की है.वहीं गांव के एक ग्रामीण ने बताया कि महीने में लांजी गांव में एएनएम जांच इत्यादि के लिए पहुंचती है.यहां कभी भी डाॅक्टर नहीं आते है.
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चेपरोक्स ठेका कंपनी के विरोध में प्रदर्शन जायज : मंगल सिंह बोबोंगा
Kiriburu (Shailesh Singh) : नोवामुंडी के संग्रामसाई कैंप में कर्मचारियों की क्वाटर निर्माण कार्य में लगे मजदूरों द्वारा चेपरोक्स ठेका कंपनी के विरोध में टॉप कैंप स्थित आरएमपी कार्यालय परिसर में गुरुवार को सुबह की गई प्रदर्शन जायज है. मजदूरों ने अपनी हक और अधिकार की मांग को लेकर आवाज बुलंद की थी जो स्वागत योग्य है. उक्त बातें पूर्व विधायक मंगल सिंह बोबोंगा ने कही. उन्होंने कहा कि चेपरोक्स ठेका कंपनी निरंकुश राजतंत्र अपना कर चल रहा है. वह एक ही डंडे से सभी हजारों मजदूरों को हांककर जेब भरने में व्यस्त है. ठेकेदार यहां गढ़वा जिले से अधिकतर बाहरी मजदूरों को लाकर स्थानीय मजदूरों के साथ सौतेला व्यवहार करने पर आमादा है. कार्यस्थल से काफी दूरी पर मजदूरों को पीने के लिये पानी सिंटेक्स में रखा गया है. मजदूरों को पानी पीने के लिये कतार पर लगना पड़ता है. चेपरोक्स ठेका कंपनी अधिकारी इतने निर्दयी हैं कि थोड़ी सी भी विलंब हुई तो उसे काम से बैठा दिया जाता है.
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इतना ही नहीं सुरक्षा उपकरण के रूप में प्रयोग किये जाने वाले जैकेट, हेलमेट व जूते एक ही बार उपलब्ध कराया जाता है. बाकी समय टूटने फटने के बाद स्वंय मजदूरों को अपनी जेब से खरीदनी पड़ती है. सेफ्टी निरीक्षण के दौरान किसी मजदूर के जूते फटे मिले तो समझ जाइये कि उन्हें काम से हाथ धोना पड़ सकता है. स्थानीय मजदूरों की ओवर टाइम ड्यूटी के पैसे भी काट लिया जाता है. जबकि बाहरी मजदूरों को इस तरह के शोषण से मुक्त रखा जाता है. मंगल सिंह बोबोंगा ने कहा कि आरएमपी कार्यालय के अधिकारी अस्पताल में मजदूरों की मेडिकल जांच के लिये अलग से कार्यालय खोलकर रखा गया है.
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बाहरी मजदूरों की मेडिकल जांच के दौरान शरीर का कोई भी अंग अपंग रहे उन्हें फिट सर्टिफिकेट मिल जाता है. यदि उसी जगह स्थानीय मजदूरों की मेडिकल जांच होने पर अनफिट का सर्टिफिकेट थमा दिया जाता है. यहां भी ठेका बेसिस पर चल रहे मेडिकल सर्टिफिकेट देने के लिये ठेका कंपनी और पेटी कांट्रेक्टर के बीच कहीं न कहीं सौदेबाजी की बू आ रही है. कहा कि चेपरोक्स ठेका कंपनी में भी कमीशन देने वाले पेटी कंट्रेक्टरों के पास हजारों मजदूरों को रखने की छूट है. श्री बोबोंगा ने चेपरोक्स ठेका कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर एसपी सिंह, हेड किशोर जतवानी और इंजीनियर महेंद्र मौर्या को तत्काल ठेका कंपनी से हटाने की मांग की है. उन्हें नहीं हटाने पर मजदूर हित में अनिश्चित समय तक हड़ताल करने की चेतावनी दी है.