Chaibasa (Sukesh kumar) : पश्चिमी सिंहभूम के चाईबासा स्थित मांगीलाल रूंगटा प्लस टू उच्च विद्यालय के सभागार में उपायुक्त अनन्य मित्तल की अध्यक्षता में बुधवार को निपुण भारत मिशन झारखंड अंतर्गत जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य एजुकेशन वर्किंग ग्रुप के माध्यम से मूलभूत साक्षरता को बढ़ावा देना तथा डिजिटल और ऑनलाइन मीडिया के माध्यम से होने वाले औपचारिक शैक्षणिक कार्यक्रम द्वारा प्रारंभिक शिक्षा के दौरान बच्चों के मनोभाव को समझना एवं उसको विकसित करने हेतु सार्थक प्रयास किया जाना है. जिसके तहत स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग झारखंड के तत्वावधान में प्राथमिक कक्षाओं में कई प्रकार के टीचर लर्निंग मैटर वितरित किए गए.
इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर : जेपीएससी ने सहायक प्राध्यापक का रिजल्ट किया जारी, 7 अभ्यर्थी चयनित
शिक्षा सभी के लिए जरूरी – उपायुक्त
कार्यशाला को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि शिक्षा हम सभी के लिए काफी जरूरी है. बदलते दौर में भी सभी शिक्षक अपने बेहतर प्रदर्शन को बरकरार रखते हुए शिक्षा को और रुचिकर बनाने हेतु प्रयासरत रहें. ताकि ग्रामीण या शहरी क्षेत्र के सभी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके. उन्होंने कहा कि दूरदराज के क्षेत्रों में भी प्राथमिक स्तर पर बच्चों को व्यवहारपरक ऐसी शिक्षा मिले, जिसे बच्चे आसानी से समझ पाएं. उपायुक्त के द्वारा कार्यशाला में झारखंड शिक्षा परियोजना से जुड़े सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियों को सूचित किया कि कार्यशाला में साझा की जा रही जानकारियों को प्राप्त करते हुए बेसिक स्तर पर इसका कार्यान्वयन करें. ताकि आने वाले समय में जिले के बच्चे बेहतर प्रदर्शन कर सकें.
इसे भी पढ़ें : चांडिल : किसान गोष्ठी सह जागरूकता अभियान में मिशन लाइव के बारे में दी गई जानकारी
उत्कृष्ट कार्य को प्रोत्साहित करना कार्यक्रम का मुख्य लक्ष्य
कार्यशाला के दौरान आधारशिला कार्यक्रम के आयोजन के संदर्भ में बताया गया कि इसका प्रमुख लक्ष्य राज्य के शिक्षकों द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्य की सराहना तथा प्रोत्साहित करना है. जिन्होंने डिजिटल और ऑनलाइन मीडिया के माध्यम से होने वाले औपचारिक शैक्षणिक कार्यक्रम के तहत टीएलएम का उपयोग कर छात्रों के समग्र विकास में उल्लेखनीय योगदान दिया है. मौके पर शिक्षा अधीक्षक अभय कुमार शील, क्षेत्रीय शिक्षा पदाधिकारी, सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी, बीआरपी, सीआरपी, शिक्षक सहित शिक्षा परियोजना के अन्य पदाधिकारी/कर्मी उपस्थित रहे.