Chaibasa : सदर प्रखंड अंतर्गत उलीहातु में अमर शहीद मोती लाल पुरती का शहादत दिवस मनाया गया. मौके पर मोतीलाल पूर्ति की स्मृति पर स्थापित पुस्तकालय सह अध्ययन केन्द्र की ओर से बच्चों के बीच निबंध और चित्रांकन प्रतियोगिता आयोजित की गई. इससे पूर्व अतिथियों ने वीर सेनानी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और मोतीलाल पुरती की धर्मपत्नी एलिस पूर्ति को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया.
सीनियर में आकाश और जूनियर में सन्नी मेलगांडी निबंध में रहे प्रथम
सीनियर बच्चों के निबंध लेखन प्रतियोगिता में चिमिहातु के आकाश कुदादा, मारकंडे बानरा और आकाश बानरा ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त किया. जूनियर बच्चों की निबंध प्रतियोगिता में सन्नी मेलगांडी, शेखर बिरुली और डिबर बिरुली ने श्रेष्ठ प्रदर्शन किया. वहीं, चित्रांकन प्रतियोगिता में निशा बिरुली, मीनाक्षी बिरुली और पूनम बिरुली ने बाजी मारी. प्रतियोगिता में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया गया. इस दौरान सवाल के तत्काल सही जवाब देने पर संत जेवियर्स बालिका उच्च विद्यालय की छात्रा सुशीला जारिका को बीडीओ अनंत कुमार के द्वारा पांच सौ रुपए प्रदान कर पुरस्कृत किया गया.
मंजिल तय करने के लिए कोशिश अवश्य करें: देवगम
मौके पर डुमरिया पूर्वी सिंहभूम के बीडीओ साधुचरण देवगम ने कहा कि शिक्षा के बिना सूरज और चांद की रोशनी की उपयोगिता नागवार होगी. श्री देवगम ने कहा कि जीवन में कोशिश बहुत बड़ी चीज है. लिहाजा हर मंजिल तय करने के लिए कोशिश अवश्य करें. चूंकि कोशिश कभी बेकार नहीं होती. तांतनगर के बीडीओ अनंत कुमार ने कहा कि स्वाध्याय की आदत अवश्य डालें. ताकि स्वतंत्र तरीके से स्वयं को ज्ञानी बनने का अवसर बनाया जा सके. जामताड़ा के प्रशिक्षु डिप्टी कलेक्टर अजय कच्छप ने कहा कि अच्छी शिक्षा लें और कामयाब व्यक्तियों के सम्पर्क में रहें. जमशेदपुर कृषि बाजार समिति के सचिव संजय कच्छप ने कहा कि कोई भी अच्छी चीज हासिल करने के लिए कई चीजों को त्यागना पड़ता है, इसलिए अच्छा करने के लिए बुरी चीजों को त्यागें. आदिवासी हो महासभा के शिक्षा सचिव जवाहरलाल बांकिरा ने कहा कि ज्ञान हासिल करना अति आवश्यक है, क्योंकि इसके आधार पर हम हर चीजों को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं. जिले के आदर्श शिक्षक बिमल किशोर बोयपाई ने कहा कि मन को तैयार करने के लिए सोचना जरूरी है. अगर हम जीवन में बेहतरीन तरीके से जीना चाहते हैं तो दृढ़ इच्छाशक्ति युक्त सोच विकसित करने की आवश्यकता है. मौके पर पुलिस सार्जेंट मेजर रांधो देवगम, श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय, रांची के प्रोफेसर दिलदार पूर्ति, झारखंड केन्द्रीय विश्वविद्यालय, रांची के प्रोफेसर प्रताप सिंह बानरा, अबुस्सल के बोंजो सिंह बानरा, मसकल फाउंडेशन,कमारहातु के अध्यक्ष सुरजा देवगम, सचिव तुराम देवगम, अध्ययन केन्द्र के युवा शिक्षकगण महती बिरुली, सोना कुदादा, जयराम बिरुली, गुंजन बिरुली, सुमित्रा बिरुली, सोमा बिरुली, गुरा बिरुली उपस्थित थे.